
आसाराम के पूर्व साधक राजू चांडक पर फायरिंग करने वाला आरोपी गिरफ्तार
अहमदाबाद. आसाराम के पूर्व साधक राजू चांडक पर फायरिंग करने के मामले में वांछित चल रहे आरोपी संजीव उर्फ संजू वैद्य (44) को शहर क्राइम ब्रांच ने धर दबोचा है। आरोपी संजीव को महाराष्ट्र के नासिक स्थित आसाराम आश्रम के पास से पकड़ा गया है। उसे अहमदाबाद लाकर शुक्रवार को उसे गिरफ्तार किया गया है। आरोपी 12 साल से फरार चल रहा था।
क्राइम ब्रांच के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) डी पी चुड़ास्मा के अनुसार पांच दिसंबर 2009 की रात साबरमती कॉलेज के पास राजू चांडक पर तीन राउंड फायरिंग की गई थी। इस मामले में साबरमती थाने में प्राथमिकी दर्ज है।
प्राथमिक जांच में सामने आया था कि फायरिंग करने में आसाराम के ही साधकों का हाथ है। जांच के दौरान 14 मार्च 2016 को क्राइम ब्रांच ने राजू चांडक पर फायरिंग करने के मामले में लिप्त कार्तिक उर्फ राजू हलदर (35) को गिरफ्तार किया था।
कार्तिक की पूछताछ में सामने आया था कि फायरिंग मामले में उसके साथ संजू वैद्य भी शामिल था। राजू चांडक पर फायरिंग संजू वैद्य ने ही की थी। क्योंकि वर्ष 2009 में आसाराम के मोटेरा स्थित आश्रम के पीछे साबरमती नदी के तट से दीपेश-अभिषेक नाम के दो बालकों के शव बरामद हुए थे। उस मामले में सरकार की ओर से डी के त्रिवेदी जांच आयोग गठित किया गया था। आयोग के समक्ष राजू चांडक कि जो अहमदाबाद के मोटेरा आश्रम सहित देश में आसाराम के कई आश्रमों का संचालन करता था वह आसाराम व आश्रम के विरुद्ध बयान दे रहा था। मीडिया में भी बयानबाजी कर रहा था। आसाराम और आश्रम की ओर से राजू चांडक को बयानबाजी नहीं करने के लिए कहा गया लेकिन वह नहीं माना। जिस पर उसकी बोलती बंद करने के लिए उस पर फायरिंग करवाई गई। उसके लिए जरूरी हथियारों का इंतजाम, रैकी के लिए वाहन की सुविधा की गई। जिसके बाद कार्तिक और संजू वैद्य राजू चांडक के पीछे लगे। जब वह बापूनगर स्थित अगरबत्ती के कारखाने से लौट रहा था। उस दिन 5 सितंबर 2009 को राजू चांडक पर संजू वैद्य ने तीन राउंड फायरिंग की थी। उसके बाद से ही आरोपी संजू फरार चल रहा था। इसकी गिरफ्तारी से इस मामले में कुछ और तथ्य हाथ लगेंगे।
Published on:
03 Sept 2021 09:20 pm
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