
Ahmedabad. गुजरात आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) ने पाकिस्तान समर्थित जासूसी नेटवर्क का पर्दाफाश करते हुए सेना के पूर्व सूबेदार और महिला समेत दो आरोपियों को पकड़ा गया।महेसाणा, सूरत, दाहोद, खेडा एसओजी, दमण क्राइम ब्रांच, गोवा पुलिस और सेंट्रल इंटेलीजेंस एजेंसी की मदद से इन दोनों पर नजर रखते हुए इन्हें अहमदाबाद लाकर पूछताछ की गई। पूछताछ के बाद बुधवार को अहमदाबाद से गिरफ्तार किया गया।
एटीएस के पुलिस अधीक्षक (एसपी) के. सिद्धार्थ ने गुरुवार को संवाददाताओं को बताया कि पकड़े गए आरोपियों में अजय कुमार सिंह (47) और रशमनी पाल (35) शामिल हैं। बिहार के भोजपुर जिले की आरा तहसील के बरुणा (निकापुर) गांव का मूल निवासी अजय फिलहाल गोवा में मडगांव के पालावरा में रहता है जो एक डिस्टिलरी कंपनी में सिक्युरिटी ऑफिसर के रूप में काम करता था। रश्मनी मूल रूप से उत्तरप्रदेश के जौनपुर जिले की मडियाहू तहसील के मीठापुर गांव की मूल निवासी है जो वर्तमान में दादरा नगर हवेली में टीगरा चार रास्ता के पास संजय पटेल की चाल में रहती है। आरोपी महिला गृहिणी है और ट्यूशन पढ़ाती है।
एटीएस एसपी के अनुसार आरोपी अजय वर्ष 2022 से पाकिस्तानी इंटेलीजेंस ऑपरेटिव (पीआईओ) अंकिता शर्मा उर्फ राधिका के संपर्क था। उस समय वह भारतीय सेना में दीमापुर में सेवारत था जो तब से लगातार वॉट्सएप से संपर्क में था। आरोपी सेना की यूनिट, पोस्टिंग, मूवमेंट की जानकारी साझा करता था। पाकिस्तानी इंटेलीजेंस ऑपरेटिव ने इसके मोबाइल में एक ट्रोजन मैलवेयर फाइल अपलोड कराई थी, जिससे वह जो भी फोटो, वीडियो अपने मोबाइल में सेव करता था। पाकिस्तानी ऑपरेटिव डायरेक्ट इसके मोबाइल को एक्सेस कर जानकारी ले लेते थे जिसे वहां भेजने की जरूरत नहीें होती थी। इसने काफी जानकारी सीमा पार भेजी है।
एटीएस अधिकारी ने बताया कि आरोपी रश्मनी जनवरी 2025 से सीमा पार बैठे पाकिस्तानी इंटेलीजेंस ऑपरेटिव अब्दुल सत्तार और खालिद से संपर्क में आई थी जो प्रिया ठाकुर बनकर भारतीय सेना के जवानों की जानकारी इन दोनों को भेजती थी। इन दोनों ऑपरेटिव ने इस आरोपी महिला को कुछ मोबाइल नंबरों का लिस्ट भी दी जिन्हें फोन कर हनीट्रैप कर उनसे यह जानकारी जुटाई थी। रश्मनी ने आर्मी की यूनिट के युद्धाभ्यास, मूवमेंट की जानकारी भेजी थी जो सत्तार के सीधे संपर्क में थी।
Published on:
04 Dec 2025 09:12 pm
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