
Gujarat: कच्छ मूल के नीरज अंताणी अमरीका में ओहायो स्टेट के पहले भारतवंशी सीनेटर
अहमदाबाद. अमरीकी राष्ट्रपति चुनाव के बीच भारतवंशियों के लिए अच्छी खबर है। गुजरात में कच्छ मूल के नीरज अंताणी ने तब इतिहास रच दिया जब वे अमरीका के ओहायो स्टेट सीनेट के लिए चुने जाने वाले पहले भारतीय-अमरीकी बने। 29 वर्ष के इस रिपब्लिकन उम्मीदवार ने डेमोक्रेटिक पार्टी के मार्क फोजेल को पराजित किया। ओहायो के इतिहास में वे पहले हिन्दू स्टेट सीनेटर हैं।
उन्होंने ट्वीटर पर जीत की खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि वे स्टेट सीनेटर के चुनाव में जीत को लेकर काफी खुश हैं। वे अपने सभी मतदाताओं, टीम, समर्थकों का धन्यवाद करते हैं। उन्होंने कहा कि स्टेट सीनेटर के रूप में वे काफी मेहनत करेंगे जिससे ओहायो के लोगों को उनके अमरीकी सपने को प्राप्त करने का अवसर मिले।
राजनीति विज्ञान से स्नातक की उपाधि प्राप्त अंताणी वर्ष 2014 में पहली बार सिर्फ 23 वर्ष की उम्र में ओहायो हाउस ऑफ रिप्रजेटेन्टिव के लिए चुने गए थे। वे अमरीका के इतिहास में सबसे युवा रिप्रजेन्टेटिव निर्वाचित किए गए थे।
उनके माता-पिता गुजरात से वर्ष 1978 में अमरीका पहुंचे और वाशिंगटन टाउनशिप में बसे। इसके बाद वे लोग मियामी चले गए। वर्ष 2015 में अंताणी को फोब्र्स मैगजीन ने अमरीका के कानून व नीति के तहत 30 अंडर 30 लोगों की सूची में शीर्ष दिया दिया गया था।
उन्होंने यह भी कहा कि उनके दादा-दादी भारत में ब्रिटिश शासन में रहे, उनके पोते के लिए यह संभव हो सका है कि वे ओहायो के पहले भारतीय-अमरीकी स्टेट सीनेटर चुने गए। इस देश ने उन्हें और उनके माता-पिता को अमरीका का सपना दिया। अमरीका की यह खासियत इसका बेहतरीन गवाह है।
Published on:
06 Nov 2020 12:27 am
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