
गांधीनगर. अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर गुरुवार को राज्य विधानसभा में अध्यक्ष के रूप में राजेन्द्र त्रिवेदी की जगह वरिष्ठ महिला विधायक डॉ नीमाबेन आचार्य ने स्पीकर का कामकाज संभाला। अंजार से भाजपा विधायक आचार्य 14वीं विधानसभा की प्रोटेम स्पीकर भी रह चुकी हैं। आचार्य ने कहा कि महिला सेवा व समर्पण की प्रतीक हैं। 21वीं सदी महिलाओं की होगी। उन्होंने कहा कि महिलाओं से ही मकान सच्चे अर्थ में घर बनता है। महिला ही घर की सही प्राण है। उन्होंने महिलाओं को सीता जैसी सहन शक्ति और द्रौपदी जैसी प्रतिकार शक्ति की प्रार्थना की। उन्होंने इस अवसर पर पुरुषों को महिलाओं के रवैए के प्रति आत्मनिरीक्षण करने की सलाह दी।
महिलाओं से जुड़ी समस्या पर चिंतन जरूरी: धानाणी
प्रश्नकाल के बाद विधानसभा में विपक्ष के नेता परेश धानाणी ने भी इस अवसर पर सभी माताओं-बहनों को शुभेच्छा दी और चिंता जताई कि राज्य में जन्म के समय स्त्री पुरुष अनुपात चिंताजनक है। पुरुष की अपेक्षा महिला की संख्या काफी कम है। महिलाओं का सम्मान नहीं बरकरार रखा गया तो यह गुजरात पर कलंक समान होगा।
महिला हेल्पलाइन के तहत तीन लाख से ज्यादा महिलाओं ने शिकायत दर्ज कराई, लेकिन इस शिकायत के निवारण के लिए राज्य सरकार ने क्या व्यवस्था की है। राज्य में 13 हजार से ज्यादा महिलाएं गुम हुई। महिलाओं से जुड़ी समस्या को लेकर चिंतन करना होगा।
इस अवसर पर एकमात्र महिला मंत्री विभावरीबेन दवे व ऊंझा की महिला विधायक डॉ. आशाबेन पटेल ने अपने विचार व्यक्त किए।
मंत्री परमार ने इंदिरा के नाम पर थपथपाई मेज
बजट पर चर्चा के दौरान गरबाडा से कांग्रेस विधायक चंद्रिकाबेन बारैया ने देश की पहली महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का नाम लिया। उन्होंने लौह महिला बताया। तब भाजपा सरकार के कैबिनेट मंत्री इंदिरा के नाम पर मेज थपथपाते देखे गए।
प्रश्नोत्तरी में जमीन अधिग्रहण का जवाब गलत: धानाणी
इसी मुद्दे पर प्रतिपक्ष के नेता परेश धानाणी ने कहा कि राज्य सरकार ने वर्ष २००७ से जमीन आवंटन नहीं किए जाने के कारण छह हजार मेगावाट ऊर्जा का उत्पादन नहीं हो सका। ११ वर्ष बीत जाने के बावजूद यह स्थिति है।
Published on:
08 Mar 2018 11:15 pm
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