29 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Gujarat: जैन समाज पर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की टिप्पणी पर बवाल, सीएम पटेल ने कहा माफी मांगें

Mohua Moitra, Jain community, remark, TMC MP, Gujarat

2 min read
Google source verification
Gujarat: जैन समाज पर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की टिप्पणी पर बवाल, सीएम पटेल ने कहा माफी मांगें

Gujarat: जैन समाज पर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की टिप्पणी पर बवाल, सीएम पटेल ने कहा माफी मांगें

अहमदाबाद. लोकसभा में तृणमूल कांग्रेस (Trinamool Congress-TMC) की सांसद महुआ मोइत्रा (Mohua Moitra) की ओर से जैन समाज पर की गई अभद्र टिप्पणी को लेकर राजनीति गरमा गई है। इस पर बवाल मच गया है।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल, गुजरात प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद सी आर पाटिल, पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, मौजूदा गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी, अहमदाबाद शहर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने पश्चिम बंगाल के कृष्णानगर से टीएमसी सांसद की टिप्पणी की कड़ी निंदा की है। जैन समाज से माफी मांगने की मांग की है।
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने भी ट्वीट कर कहा कि ‘अंहिसा, अपरिग्रह और जीवदया के संस्कारों वाले जैन समुदाय के लिए संसद में अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल कर टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने इस समुदाय की भावनाओ को ठेस पहुंचाई है। उन्हें अपने इन अपमानजनक शब्दों के लिए जैन समुदाय से माफी मांगनी होगी।’

जैन धर्म को राजनीति में ना घसीटें: पाटिल
गुजरात प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद सीआर पाटिल ने भी ट्वीट के जरिए दिए बयान में कहा कि ‘जैन धर्म दुनिया के सबसे पुराने धर्मों में से एक है। इसने हमें अहिंसा की शिक्षा दी है। महुआ मोइत्रा, कृपया इसे अपनी तथाकथित राजनीति में न घसीटें। हम बर्दाश्त नहीं करेंगे।’

जैन धर्म का मूल आधार ही अहिंसा: रूपाणी
पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि ‘मैं गुजरात के जैन युवाओं के बारे में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा की ओर से दिए गए बयान की कड़ी निंदा करता हूं। उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि जैन धर्म का मूल आधार अंहिसा है। इस अपमानजनक बयान पर टीएमसी सांसद को माफी मांगनी चाहिए।’

सदन के रिकॉर्ड से हटाया जाए बयान: संघवी
गृहराज्यमंत्री हर्ष संघवी ने सोशल मीडिया के जरिए नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी यह टिप्पणी संसदीय आचरण को खंडित करने वाली है। गैर जिम्मेदाराना है। उन्हें ऐसा वक्तव्य देने से पहले भारतीय संस्कृति विशेषकर जैन समाज के भोजन संस्कारों पर अध्ययन कर लेना चाहिए। मुहआ मोइत्रा की टिप्पणी सीधे तौर पर जैन समाज की भावनाओं, विचारों और मूल्यो को खंडित करने वाली है। सांसद की इस टिप्पणी को लोकसभा के रिकॉर्ड से हटाना चाहिए। सांसद को जैन समाज से इस टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए।

टीएमसी सांसद ने की थी ये टिप्पणी
लोकसभा में संबोधन के टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने कहा था कि ‘आप भविष्य के भारत से डरते हैं जो अपनी त्वचा में सहज है, जो परस्पर विरोधी वास्तविकताओं के साथ सहज है। आप उस भारत से डरते हैं जहां एक जैन लडक़ा घर से छिपकर अहमदाबाद की सडक़ पर एक ठेले से काठी कबाब खाता है।’

सोशल मीडिया पर भी विरोध
टीएमसी सांसद के बयान का सोशल मीडिया पर भी जमकर विरोध हो रहा है। जैन समुदाय के कई लोगों ने ट्विटर व फेसबुक पर मांग करते हुए लिखा कि महुआ मोइत्रा अपने आपत्तिजनक बयान के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगे। कई लोगों ने लिखा कि टीएमसी सांसद को जैन समाज क्या है उसके बारे में सही जानकारी प्राप्त करने की जरूरत है।