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Gujarat: युगांडा में खुला गुजरात के एनएफएसयू का पहला विदेशी कैम्पस

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Gujarat: युगांडा में खुला गुजरात के एनएफएसयू का पहला विदेशी कैम्पस

Gujarat: युगांडा में खुला गुजरात के एनएफएसयू का पहला विदेशी कैम्पस

NFSU opens first overseas campus in Uganda

गुजरात की राजधानी गांधीनगर में स्थित नेशनल फोरेन्सिक साइंसेंस यूनिवर्सिटी एनएफएसयू) का पहला विदेशी परिसर बुधवार को युगांडा के जिंजा में खोला गया। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने इस कैम्पस का लोकार्पण करते हुए इसे द्विपक्षीय संबंधों में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि यह एनएफएसयू का पहला विदेशी कैम्पस है। वास्तव में, यह भारत के किसी भी सरकारी विश्वविद्यालय का विदेश में पहला कैंपस है।

युगांडा की उप प्रधानमंत्री लुकिया इसंगा नाकाडा, विदेश मंत्री जनरल ओडोंगो, रक्षा मंत्री विंसेंट सेम्पिजा, गांधीनगर स्थित एनएफएसयू के संस्थापक कुलपति डॉ जे एम व्यास की उपस्थिति में जयशंकर ने कहा कि आज का दिन युगांडा व भारत के साथ-साथ दोनों देशों के द्विपक्षीय संबंधों के लिए गर्व का दिन है। इस परिसर का उद्घाटन दोनों देशों के सर्वोच्च नेतृत्व की दृष्टि और संबंधों को दर्शाता है। उनके लिए यह और भी संतोष का विषय है कि एनएफएसयू गुजरात राज्य में है जहां से वे संसद सदस्य हैं। ऐसा कर वे एक प्रोजेक्ट को वास्तविकता में बदल रहे हैं जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अपना विजन है।

उन्होंने कहा कि एनएफएसयू राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है और यह दुनिया का पहला विश्वविद्यालय है जो विशेष रूप से फोरेंसिक विज्ञान को समर्पित है।

विदेश मंत्री के मुताबिक पिछले कुछ वर्षों से हमने देखा है कि भारत सरकार की ओर से प्रदान की जाने वाली विभिन्न छात्रवृत्तियों वाले पाठ्यक्रम में फोरेंसिक विज्ञान अफ्रीका में विद्यार्थियों के बीच भारी डिमांड में थे। इसलिए युगांडा ने अपने यहां फोरेन्सिक यूनिवर्सिटी की बात सोची। वास्तव में अफ्रीका के विद्यार्थियों में इसके लिए काफी डिमांड थी।

युगांडा के पीएम ने मोदी को लिखा था पत्र
जयशंकर ने कहा कि युगांडा के प्रधानमंत्री ने अगस्त 2020 में भारतीय प्रधानमंत्री को एनएफएसयू का कैंपस स्थापित करने के संबंध में पत्र लिखा। इसके बाद प्रधानमंत्री ने तुरंत संबंधित मंत्रालय को इस संबंध में निर्देश दिया। पिछले कुछ वर्षों से एनएफएसयू और युगांडा सरकार के बीच इस पर मंत्रणा जारी थी। युगांडा की उप प्रधानमंत्री ने युगांडा में एनएफएसयू का कैंपस खोलने के लिए भारत सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया।

एमओयू पर हस्ताक्षर
इस मौके पर पर भारत और युगांडा के बीच भारत के बाहर एनएफएसयू का पहला परिसर स्थापित करने के लिए एक द्विपक्षीय समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया गया। इस एमओयू पर भारत के विदेश मंत्री और युगांडा के रक्षा मंत्री ने हस्ताक्षर किए। युगांडा में एनएफएसयू की स्थापना से विभिन्न प्रकार के अपराधों की जांच और पता लगाने में वैज्ञानिक सहायता मिलेगी। यह परिसर 130 एकड़ भूमि पर फैला होगा।