
आईआईटीराम में बीटेक प्रथम वर्ष के१५० विद्यार्थियों से रैगिंग
अहमदाबाद. गुजरात में रैगिंग की अब तक की सबसे बड़ी घटना इंस्टीट्यूट ऑफ इन्फ्रास्ट्रक्चर टेक्नोलॉजी रिसर्च एंड मैनेजमेंट (आईआईटीराम) खोखरा में हुई होने की बात सामने आई है। संस्थान के बीटेक पाठ्यक्रम के प्रथम वर्ष में जून २०१८ में प्रवेश लेने वाले सभी १५० छात्र और छात्राओं के साथ रैगिंग की गई। यह चौंकाने वाला तथ्य सामने आने के बाद संस्थान ने जांच समिति गठित करते हुए उसकी रिपोर्ट के आधार पर 22 अक्टूबर को रैगिंग की घटना में लिप्त पाए गए २६ विद्यार्थियों को निलंबित कर दिया है। इसमें तीन छात्राएं भी शामिल हैं। हालांकि अब तक कोई पुलिस शिकायत नहीं हुई है।
संस्थान के सूत्रों का कहना है कि रैगिंग की घटना सितंबर २०१८ में संस्थान इमारत की छठी मंजिल पर स्थित रीडिंग रूम में हुई। प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों से वरिष्ठ विद्यार्थियों ने आपत्तिजनक, अभद्र व गंदे सवालों वाले फॉर्म भरवाए। उनसे उठक-बैठक करवाईं। कैटवॉक करवाई। वरिष्ठ विद्यार्थियों की इस शर्मनाक हरकत में उन्होने बीटेक प्रथम वर्ष में प्रवेश लाने वालीं करीब दस छात्राओं को भी नहीं बक्शा। उनसे भी ऐसे आपत्तिजनक, गंदे व अभद्र सवालों वाले फॉर्म भरवाए। उठक-बैठक करवाई। कैटवॉक करवाई और सवाल पूछे।
इस पूरे घटनाक्रम का भांडा उस समय फूटा जब संस्थान की ओर से सुरक्षा के मद्देनजर लगाए गए सीसीटीवी कैमरे का फुटेज छठी मंजिल पर स्थित रीडिंग रूम का कैमरा बंद आ रहा था। उसे ठीक करने और उसके पहले की रिकॉर्डिंग की जांच करने पर रैगिंग की घटना सामने आई। इस बीच ही पीडि़त छात्र व छात्राओं में से कुछ ने संस्थान में इस बाबत शिकायत भी की।
इतनी बड़ी संख्या में विद्यार्थियों के साथ रैगिंग की घटना होने के चलते संस्थान भी तत्काल हरकत में आया। एन्टी रैगिंग कमेटी के 13 सदस्यों ने जब इस पूरे घटनाक्रम की जांच शुरू की तो चौंकाने वाले तथ्य और सबूत हाथ लगे। रैगिंग के घटनाक्रम को दर्शाने वाले आठ घंटे के सीसीटीवी फुटेज की रिकॉर्डिंग हाथ लगी। इस सब को ध्यान में रखते हुए कड़ा संदेश देने के लिए इस घटनाक्रम में जबावदेह पाए गए सभी विद्यार्थियों को निलंबित कर दिया।
आईआईटी राम के कुलसचिव एन.एन. भूपतानी ने संस्थान में सितंबर-२०१८ में प्रथम बीटेक के सिविल, मैकेनिकल और इलेक्ट्रिकल ब्रांच के करीब १५० विद्यार्थियों के साथ रैगिंग होने की घटना की पुष्टि की।
उन्होंने बताया कि रैगिंग कमेटी की सिफारिश पर 22 अक्टूबर को रिपोर्ट मिलने के साथ ही 26 विद्यार्थियों को शैक्षणिक कार्य व होस्टल से निलंबित कर दिया गया है।
इसमें तीन छात्राएं भी शामिल हैं। इस पूरे घटनाक्रम की साजिश रचने और उसे अंजाम देने वाले सर्वाधिक जवाबदेह पाए गए पांच विद्यार्थियों को दो सेमेस्टर (एक साल) तक के लिए शैक्षणिक कार्य व परीक्षा से निलंबित कर दिया गया है। 16 विद्यार्थी तीन महीने के लिए जबकि पांच विद्यार्थी तीन सप्ताह के लिए निलंबित किए गए हैं। इसमें से करीब दस विद्यार्थी संस्थान के होस्टल में रहते हैं, जिससे उन्हें होस्टल खाली करने को भी कहा है।
Published on:
25 Oct 2018 11:41 pm
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