
Dakor Ranchorrai Video सावन का झूला : बाल स्वरूप में झूले राजा रणछोडऱाय, देखकर अचंभित हुए श्रद्धालु
डाकोर. खेड़ा जिले के डाकोर स्थित रणछोड़ राय मंदिर में इन दिनों श्रावण मास की बहार है। सावन के झूले JHULA पर राजा रणछोड़ राय के बाल स्वरूप स्वर्ण गोपाललाल को सेवकों ने झूलाया। झूले की खासियत होती है कि वह अलग-अलग दिन विभिन्न वस्तुओं का बनाया जाता है।
कभी यह सूखे मेवों Dry Fruits का होता है, तो कभी हरी सब्जियों से झूला बनाया जाता है। भगवान के इस स्वरूप को निहारने के लिए देश-विदेश के श्रद्धालु उमड़ जाते हैं।
भगवान के इस छवि को देख सभी भाव-विभोर हुए बिना नहीं रहते हैं। प्रभु को सावन में झूला झुलाने की पुरानी परंपरा वर्षों से इस मंदिर में निभाई जा रही है। इस अवसर पर प्रभु को तरह-तरह के मिष्टान का भी भोग लगाया जाता है।
गोधरा में पढ़ाई कर रहे दिव्यांग विद्यार्थियों ने बनाई राखियां
जिला सेवा सदन में राखियों की बिक्री के लिए खुला स्टॉल
दाहोद. भाई-बहन के पवित्र रिश्ते का त्योहार रक्षाबंधन पर दिव्यांग विद्यार्थियों की कलात्मक राखियां लोगों को आकर्षित करेंगी। जिला प्रशासन ने पंचमहाल जिले के गोधरा में पढ़ाई कर रहे 116 दिव्यांग विद्यार्थियों के हाथों बनाई कलात्मक राखियों के लिए जिला सेवा सदन में स्टॉल की व्यवस्था की है। इस बिक्री केन्द्र के जरिए लोगों को सुंदर और हाथों को सुशोभित करने वाली राखियां उपलब्ध होंगी।
गोधरा स्थित गांधी स्पेशल मूक-बधिर विद्यालय में पढ़ाई करने वाले 116 दिव्यांग विद्यार्थियों की बनाई राखियों के बिक्री केन्द्र का उद्घाटन निवासी अतिरिक्त कलक्टर एम डी चुडास्मा ने किया। इस अवसर पर सब डिवीजनल गोधरा जिला समाज सुरक्षा अधिकारी, जिला बाल सुरक्षा अधिकारी समेत अन्य अधिकारी मौजूद रहे। इन सभी ने राखियों की खरीदी कर दिव्यांग विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया।
Published on:
06 Aug 2022 10:44 am
बड़ी खबरें
View Allअहमदाबाद
गुजरात
ट्रेंडिंग
