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मेहनत के साथ खुद पर भरोसा जरूरी : रवि

न्यूरोलॉजिस्ट बनने की है चाहत  

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Ravi Makhija

मेहनत के साथ खुद पर भरोसा जरूरी : रवि

अहमदाबाद. नीट-यूजी-२०१९ में देश में १४वीं रैंक पाने वाले अहमदाबाद के चांदखेड़ा निवासी रवि मखीजा की चाहत न्यूरोलॉजिस्ट बनने की है। रवि ने ७२० में से ६९० अंक पाकर गुजरात का नाम रोशन किया है।
रवि बताते हैं कि कड़ी मेहनत के साथ खुद पर भरोसा रखना भी जरूरी है। उसके बिना आपको सफलता नहीं मिलेगी। नीट की परीक्षा काफी मेहनत मांगती है। खुद उन्होंने बीते तीन सालों से लगातार कड़ी मेहनत की है। वे सिर्फ यही कहना चाहेंगे कि कई विद्यार्थी छोटी सी विफलता से भी परेशान होकर तैयारी करना छोड़ देते हैं। उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए। खुद पर भरोसा रखते हुए दिन में आठ घंटे तक पढ़ाई की। ट्यूशन के बाद चार घंटे मेहनत की। रवि एम्स नई दिल्ली से एमबीबीएस करना चाहते हैं।
एम्स की परीक्षा भी दी है, जिसका परिणाम आने का इंतजार है। पिता गोपालदास व्यापारी हैं, जबकि मां वर्षाबेन गृहिणीं। उन्हें जैसी अपेक्षा थी उनकी रैंक भी वैसी ही आई है। माता-पिता भी बेटे की सफलता से काफी खुश हैं। रवि परिवार के पहले ऐसे व्यक्ति हैं जो मेडिकल क्षेत्र में जाना चाहते हैं।

एनसीईआरटी किताबों से करो तैयारी : हर्षवी
अहमदाबाद. नीट-यूजी-२०१९ में ७२० में से ६९० अंक प्राप्त करके देश में १८वीं रंैक लाने वालीं हर्षवी जोबनपुत्रा बताती हैं कि एनसीईआरटी की किताबों से उन्होंने तैयारी की। जो उनके बहुत काम आई। वे एम्स से एमबीबीएस करना चाहती हैं।
हर्षवी बताती हैं कि टॉप-100 में आने का उन्हें पूरा विश्वास था, लेकिन १८ वीं रैंक की उम्मीद नहीं थी। हालांकि इसके लिए कड़ी मेहनत की। उन्होंने बताया कि बीते दो तीन सालों से उन्होंने सोशल मीडिया से पूरी तरह से दूरी बनाई हुई है। वॉट्सएप भी नहीं चलाती हैं। पिता नयन एमएनसी में काम करते हैं जबकि माता एक कोचिंग संस्थान में लेक्चरर हैं। अंतिम तीन चार महीने 14 से 15 घंटे पढ़ाई की है। आम दिनों में आठ से दस घंटे पढ़ाई की।