
जामनगर. जामनगरवासियों को अब स्वास्थ्य जांच के लिए विविध नमूने अहमदाबाद और राजकोट भेजने की जरूरत नहीं होगी। शहर के मेडिकल कॉलेज में शुरू की गईं आधुनिक दो लेबोरेटरी के माध्यम से ये जांचें हो सकेंगी। शहर के एम.पी. शाह मेडिकल कॉलेज में रिसर्च लेबोरेटरी शुरू की गईं हैं।
मेडिकल कॉलज की डीन डॉ. नंदिनी देसाई के अनुसार जीजी अस्पताल में अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में काम जारी है। शुरू की गईं आधुनिक दो लेबोरेटरी स्वाइन फ्लू, डेंगू, कॉन्गो फीवर, कैंसर, मानसिक रोग, थेलेसीमिया जैसे रोगों के उपचार में सहायक होंगी। अहमदाबाद और राजकोट तक भेजी जाने वाले नमूनों की जांच अब जामनगर में ही होने लगेंगी। उन्होंने बताया कि हाल में दोनों ही लैब वार्ड में कार्यरत की गईं हैं। आगामी दिनों में इन्हें जीजी अस्पताल के नए बन रहे कैंपस में ले जाया जाएगा। लेबोरेटरी में महिलाओं में होने वाले कैंसर तथा मधुमेह, रक्तचाप समेत विविध रोगों की जांच के अलावा शोध भी किए जाएंगे। मेडिकल कॉलेज में १८.२ फीसदी स्टाफ की कमी के संबंध में उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की ओर से इसे पूरा कर लिया गया है। इतना ही नहीं मेडिकल कॉलेज में पचास सीटें बढ़ाने की मंजूरी भी मिल मिलने की संभावना है। आगामी सत्र पर बढ़ी हुई सीटों पर अमल हो सकेगा। आगामी अप्रेल माह में जामनगर के जीजी अस्पताल और मेडिकल कॉलेज के लिए सरकार कीओर से करोड़ों रुपए के खर्च से नई इमारत तैयार की जा रही है। इसका लोकार्पण आगामी अप्रेल माह में होने की संभावना है। अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. पंकज बुच के अनुसार जामनगर के जीजी अस्पताल में हरेक मरीज के लिए प्रतिवर्ष सवा छह करोड़ रुपए की दवाइयां उपलब्ध कराई जाती हैं। इसका लाभ जामनगर शहर व जिले के अलावा देवभूमि द्वारका जिले व अन्य भागों के नागरिकों को भी मिलता है। एक साथ दो लैब शुरू होने से अब बाहर जांच कराने की आवश्यकता नहीं होगी। अब तक राज्य के अहमदाबाद, वडोदरा और राजकोट तक जांच के लिए नमूने भेजे जाते थे। इन लैब की बदौलत रिसर्च करने में भी आसानी रहेगी।
Published on:
18 Feb 2018 10:29 pm
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