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प्रशासन गांव-शहरों के संग अभियान: राजस्व कर्मियों ने बहिष्कार कर दिया धरना, किया प्रदर्शन

राजस्व मंडल के बाहर जुटे अजमेर-भीलवाड़ा के कर्मचारी अन्य संगठन भी समर्थन में आए

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ajmer

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अजमेर. राजस्व सेवा परिषद के बैनर तले तहसीलदार सेवा परिषद, कानूनगो संघ और पटवार संघ ने प्रशासनिक शिविरों का सम्पूर्ण बहिष्कार करते हुए राजस्व मंडल के बाहर शनिवार को अनशन शुरु करते हुए धरना दिया। वहीं पटवार संघ प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र निम्मीवाल ने आमरण अनशन शुरू किया।

धरना-प्रदर्शन-अनशन जारी रखने का ऐलान

पटवार संघ के जिलाध्यक्ष विनोद रतनू ने बताया कि शनिवार को अजमेर और भीलवाड़ा जिले के समस्त राजस्व कार्मिक धरने में शामिल हुए। प्रदेश अध्यक्ष के साथ कानूनगो संघ के जिलाध्यक्ष, जगदीश शर्मा, प्रशांत शुक्ला, मनीषा कौशिक, दीपक चौधरी और सुरेंद्र सिंह भी क्रमिक अनशन में शामिल हुए। रतनू ने सरकार द्वारा राजस्व सेवा परिषद की सात सूत्रीय मांगें नहीं मानने तक धरना प्रदर्शन और अनशन जारी रखने का ऐलान किया। रविवार को जयपुर जिला धरने और अनशन में शामिल होगा। रतनू ने बताया कि तहसीलदार संघ-वरिष्ठ भी राजस्व सेवा परिषद के समर्थन में आ गया है जिस से आंदोलन को और मजबूती मिलेगी।

अभियान होगा विफल, रूटीन कार्य भी नहीं
राजस्वकर्मियों ने कहा कि प्रशासन गांवों के संग और शहरों के संग अभियान तो विफल होंगे ही साथ ही आमजन के सामान्य के काम भी ठप हो जाएंगे। इसके लिए सरकार ही जिम्मेदार होगी।

कई जगह हुआ हंगामा
प्रदेश में कई जगह पर आमजन ने राजस्व कर्मिकों के हड़ताल पर जाने पर शिविरों में हंगामा किया और अधिकारियों से कहा की जब पटवारी गिरदावर और तहसीलदार ही उपस्थित ही नहीं हैं तो फिर काहे का शिविर लगा रही है सरकार। आमजन के काम राजस्व विभाग से ही पड़ते हैं। बाकी विभागों से बहुत कम काम पड़ते हैं। धरने में अजमेर भीलवाड़ा के समस्त राजस्व कर्मचारी उपास्थित रहे ।

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