
अजमेर। अवसाद में आए एक सरकारी शिक्षक ने शनिवार सुबह जान दे दी। वह बीते तीन माह से बड़े भाई के घर परिवार के साथ रह रहा था। शनिवार सुबह मॉर्निंग वॉक से लौटने के बाद कमरे में फंदे पर लटक गया। परिजन उसे अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। सिविल लाइन्स थाना पुलिस ने संदिग्ध हालात में मृत्यु का मामला दर्ज किया है।
पुलिस के अनुसार भैरूलाल प्रजापत ने शनिवार सुबह घुघरा घाटी स्थित बड़े भाई तेजकरण प्रजापत के मकान में फांसी लगाकर जान दे दी। वह बीते तीन माह से अपने भाई के यहां परिवार के साथ रह रहा था।
परिजन के मुताबिक शनिवार सुबह मॉर्निंग वॉक से लौटने के बाद भैरू कमरे में चला गया। काफी देर तक नहीं निकलने पर परिजन ने आवाज दी। दरवाजा तोड़ने पर फंदे पर लटका मिला।
परिजन उसे फंदे से उतार जवाहरलाल नेहरू अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सकों ने उसको मृत घोषित कर दिया। सूचना पर पहुंची सिविल लाइन्स थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाकर शव परिजन के सुपुर्द कर दिया।
पड़ताल में आया कि भैरूलाल प्रजापत श्रीनगर ब्लॉक के एक विद्यालय में गणित का अध्यापक था। वह गांव में बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाता था।
गत 27 नवम्बर 2024 को ट्यूशन पढ़ने वाली नाबालिग के पिता ने भैरूलाल के खिलाफ श्रीनगर थाने में नाबालिग से छेड़छाड़ व पॉक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज कराया था। तब से भैरूलाल अवसाद में था।
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Published on:
15 Mar 2025 06:14 pm
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