scriptबिल नहीं चुकाया, काटे 35 हजार कनेक्शन | Bill not paid, cut 35 thousand connections | Patrika News

बिल नहीं चुकाया, काटे 35 हजार कनेक्शन

locationअजमेरPublished: Feb 11, 2021 10:17:51 pm

Submitted by:

bhupendra singh

प्रतिदिन फीडर इंचार्ज को जांचने होंगे 20 कनेक्श
नअजमेर डिस्कॉम ने शुरु किया अभियान

Ajmer discom

ajmer discom

अजमेर. अजमेर विद्युत वितरण निगम ने बिजली का उपभोग कर लाखों रूपए का बिल जमा नहीं करवाने वाले उपभोक्ताओं के खिलाफ कड़ी कार्यवाही शुरु कर दी है। इस माह बिल जमा नहीं करवाने वाले 35 हजार 444 उभोक्ताओं के कनेक्शन काटे गए हैं। अभियान के तहत फीडर इंचार्ज को 20 ऐसे उपभोक्ताओं के कनेक्शन काटने का जिम्मा दिया गया है जो लम्बे समय से बिल जमा नहीं करवा रहे हैं। निगम ने बकाया वसूली के लिए मुख्यालय सहित सभी विंग के उच्चाधिकारियों को मैदान में उतारेते हुए 103 प्रतिशत राजस्व हासिल करने का लक्ष्य दिया है। अधिक छीजत व राजस्व हानि वाले दो जिले प्रबन्ध निदेशक वी.एस.भाटी ने गोद लिए है। प्रबन्ध निदेशक ने सभी अधीक्षण अभिंयताओं को निर्देश दिए है कि प्रतिदिन 20 उपभोक्ताओं से बकाया रिकवरी की जाए अन्यथा उनका कनेक्शन काटा जाए। 33.76 करोड़ का बकाया
निगम ने 2 फ रवरी से अब तक 7 दिनों में इस कार्य की प्रगति की समीक्षा में सामने आया कि पाया कि अब तक कुल 4 लाख 41 हजार 161 बकायादार जिनके विरुद्ध 264.59 करोड़ रुपए बकाया थे। इनसे सम्पर्क स्थापित किया जा चुका है इसमें से कुल 1 लाख 49 हजार 173 उपभोक्ताओं से 60.92 करोड़ रुपए वसूल कर लिए गए है। साथ ही 35 हजार 444 बकायादार जिनकी बकाया राशि 33.76 करोड़ रुपऐ है के विद्युत सम्बन्ध विच्छेद किए गए। सरकारी विभागों पर 500 करोड़ का बकायाअजमेर विद्युत वितरण निगम का अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर, उदयपुर, बांसवाड़ा,प्रतापगढ़, राजसमन्द, चित्तौडगढ़़,्सीकर तथा झुंझुनू जिले के केन्द्र व राज्य सरकार के विभागों, नगर पालिका, परिषदों पर बिजली बिल के पेट 8 करोड़ रूपए की राशि बिल के रू प में बकाया चल रही है। निगम ने हाल ही इसमें से 3 करोड़ की राशि वसूल की है। इसके अलावा निगम की 800 करोड़ की सब्सीडी भी राज्य सरकार पर बकाया है।
जयपुर-जोधपुर को पछाड़ा

अजमेर विद्युत वितरण निगम ने राजस्व वसूली में तीनों वितरण कम्पनियों में पहला स्थान हासिल किया है। अजमेर विद्युत वितरण निगम वित्तीय वर्ष में 97 प्रतिशत राजस्व अब तक हासिल किया है। जबकि जोधपुर ने 94 प्रतिशत तथा जयपुर विद्युत वितरण निगम ने अब तक केवल 92 प्रतिशत राजस्व हासिल किया है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो