8 दिसंबर 2025,

सोमवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

RBSE: यहाँ कछुआ चाल से आते हैं परिणाम और तब तक हो जाती है देर

माशिबो : आवेदन के बाद 3-4 माह लग जाते हैं उत्तपुस्तिका के पुनर्मूलयांकन(Revaluation of answer sheet) का नतीजा (result )आने में, आधा बीत चुका होता है नया सत्र(New Session), उत्तीर्ण होने के बावजूद खराब हो जाता है पूरा साल

2 min read
Google source verification

अजमेर

image

Preeti Bhatt

Aug 21, 2019

Board of Secondary Education Rajasthan news in ajmer

RBSE: यहाँ कछुआ चाल से आते हैं परिणाम और तब तक हो जाती है देर

सुरेश लालवानी. अजमेर.

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान(Board of Secondary Education Rajasthan) की उत्तरपुस्तिका संवीक्षा व्यवस्था (पुनर्मूल्यांकन प्रक्रिया) विद्यार्थियों के लिए महज भ्रमजाल के अलावा कुछ नहीं है। विद्यार्थियों को संवीक्षा परिणाम इतनी देर से मिलते हैं कि तब तक विद्यालय और महाविद्यालयों में आधा शैक्षणिक सत्र बीत चुका होता है। अब उसके बाद अगर विद्यार्थी संवीक्षा प्रक्रिया के तहत उत्तीर्ण हो भी जाएं तब भी यह परिणाम उस वर्ष तो किसी काम के नहीं रहते।

Read More : Big challenge: 70 प्रतिशत स्टूडेंट् भाग रहे सिर्फ पैकेज के पीछे

कछुआ चाल से आते हैं परिणाम

परीक्षाओं में अनुत्तीर्ण अथवा पूरक योग्य विद्यार्थी अपना साल बचाने के लिए संवीक्षा के लिए आवेदन करते हैं। खास बात यह है कि इनमें से हजारों विद्यार्थी महज कुछ अंकों से ही उत्तीर्ण होने से रह जाते हैं। बोर्ड के सालाना परीक्षा के परिणाम के तुरंत बाद ही नए शैक्षणिक सत्र के लिए विद्यालयों और महाविद्यालयों में प्रवेश प्रक्रिया (admission process) शुरू हो जाती है। जबकि संवीक्षा के परिणाम सितम्बर-अक्टूबर तक आते रहते हैं। ऐसे में यह परिणाम विद्यार्थियों के किसी काम के नहीं होते।

संवीक्षा के पहले पूरक परीक्षा के परिणाम

शिक्षा बोर्ड की संवीक्षा प्रणाली कितनी सुस्त है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि जिन विद्यार्थियों को मुख्य परीक्षा के दौरान पूरक योग्य घोषित किया जाता है उन्हें संवीक्षा के लिए आवेदन करने के बावजूद पूरक परीक्षा(Supplementary examination) में बैठना पड़ता है। इसका कारण ये है कि शिक्षा बोर्ड संवीक्षा के परिणाम काफी देर से जारी करता है और पूरक परीक्षाएं और उनके परिणाम उससे पहले ही आ जाते हैं। ऐसे में अगर कोई विद्यार्थी संवीक्षा के तहत उत्तीर्ण (pass)हो भी जाता है तो भी वह पूरक परीक्षा दे चुका होता है। कई बार तो विद्यार्थी पूरक परीक्षा में फेल हो जाता है लेकिन उसके 1-2 माह बाद मिलने वाले संवीक्षा परिणाम में उसके अंक बढ़ जाते हैं और वह उत्तीर्ण हो जाता है। हालांकि तब तक अगली कक्षा के लिए प्रवेश प्रक्रिया के दरवाजे बंद हो चुके होते हैं।

Read More : Student union election: नामांकन चुनाव की असली रंगत शुरू कन 22 अगस्त को

परीक्षकों की गलती, खमियाजा विद्यार्थियों को

शिक्षा बोर्ड की उत्तरपुस्तिकाओं की जांच (Check answer books) में प्रति वर्ष लापरवाही के अनेक मामले सामने आते हैं। परीक्षकों की इस गलती का खमियाजा अंतत: विद्यार्थियों को भुगतना पड़ता है। शिक्षा बोर्ड की मुख्य परीक्षाओं के परिणाम(Results of main board education examinations) जारी होने के बाद प्रति वर्ष लगभग सवा लाख विद्यार्थी अपने परिणाम से असंतुष्ट होकर संवीक्षा के लिए आवेदन करते हैं।

Read More : student union election: नेता भाग रहे टिकट के लिए, जोड़-बाकी का खेल