पर्यटन की दृष्टि से अजमेर दरगाह व पुष्कर बड़ा हिस्सा है। इससे ही होटल, रेस्टोरेंट, रेडिमेड गारमेंट सहित अन्य व्यवसाय जुड़े हैं। लेकिन बीते ग्यारह दिन के लॉकडाउन के बाद होटल, रेस्टोरेंट ही नहीं बल्कि अन्य व्यवसाय भी जमीन पर आ गए हैं। व्यापारियों की मानें तो अब उन्हें इससे उबरने में वक्त लगेगा। वह भी तब जब सब कुछ ठीक-ठाक रहे। उनका कहना है कि भारत में अब भी वक्त है स्थिति को संभालने का, लेकिन यह सब कुछ आमजन के हाथों में ही है। आमजन घर में रहकर आगामी दिनों में लॉकडाउन की पालना करे तो स्थिति को नियंत्रिण में रखा जा सकता है।
करीब 4 हजार होटल-रेस्टोरेंट लॉकडाउन का सीधा असर होटल व रेस्टोरेंट व्यवसाय पर पड़ेगा। जानकारों के मुताबिक अजमेर जिले में करीब चार हजार होटल रेस्टोरेंट है। जिनका जुड़ाव भी जिले के पर्यटन व्यवसाय है। ख्वाजा गरीब की दरगाह और पुष्कर व्यवसाय के केन्द्र बिन्दु है।
दांव पर है सैकड़ों नौकरियां होटल व्यवसायी की मानें तो अजमेर जिले में होटल-रेस्टोरेंट में काम करने वाले अधिकांश कुक, वेटर ब्यावर, राजसमन्द, भीलवाड़ा और उसके आसपास के क्षेत्र से हैं। जब होटल-रेस्टोरेंट व्यवसाय प्रभावित होगा तो हजारों की संख्या में काम करने वाले इन युवाओं को भविष्य भी दांव पर लगा है।
‘छह माह तक नहीं उबर पाएंगेÓ कोरोना वायरस और लॉकडाउन का सर्वाधिक असर पर्यटन व होटल व्यवसाय पर पड़ेगा। दोनों ही व्यवसाय को उबरने में छह माह से ज्यादा समय लग जाएगा। पर्यटक जब तक पहले तो संक्रमण के डर से आएगा नहीं। आने की सोचें भी तो पहले अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत करेगा तभी घूमने-फिरने निकलेगा। खास असर व्यवसाय से श्रमिक वर्ग पर ज्यादा असर पड़ेगा।
-विपिन जैन, होटल व्यवसायी लॉकडाउन का असर कोई एक दो व्यवसाय पर नहीं पड़ेगा बल्कि इससे कोई अछूता नहीं रहेगा। खाने-पीने की वस्तु हो या आवश्यक वस्तुएं सबमें स्लो-डाउन आएगा। जब मार्केट में पैसा नहीं घूमेगा तो कोई भी व्यापार अच्छी स्थिति में नहीं आ सकेगा।
-सुगनचंद गहलोत, पूर्व जिलाध्यक्ष अजमेर जिला लघु उद्योग संघ कोरोना वायरस का असर भविष्य में होटल, रेस्टोरेंट व्यवसायी पर पड़ेगा। लोग बाहर खाना खाने से गुरेज करने लगे हैं। जब होटल-रेस्टोरेंट व्यवसाय प्रभावित होगा तो उससे जुड़े कुक और वेटर की जिन्दगी पर असर पर पड़ेगा। खासकर उन होटल-रेस्टोरेंट की हालत ज्यादा बिगड़ेगी जो किराए पर संचालित हैं।
-सुन्दर धनवानी, रेस्टोरेंट संचालक महादेव ढाबा