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नदी को मिलेगा नक्श, नगर को खूबसूरत सौगात!

-उपेक्षित पड़ी बांडी नदी का दो चरणों में होगा विकास, 6.87 करोड़ का टेंडर जारी-ग्रीन बैल्ट-पाथ वे-फेंसिंग-ट्रैक-रेलिंग और चौपाटी का होगा निर्माण -आनासागर से फायसागर तक बनेगी चौपाटी

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bandi river

bandi river

भूपेन्द्र सिंह

अजमेर.स्मार्ट सिटी smart city योजना के जरिये शहर का स्वरूप बदलने के लिए किए जा रहे प्रयासों के तहत अब बांडी नदी bandi river के दिन बहुरेंगे। बांडी नदी को शहर में पर्यटन के नए केन्द्र के रूप में विकसित किया जाएगा। दो चरणों में रिवर फ्रंट डवलपमेंट के लिए बांडी नदी के किनारों पर ग्रीन बैल्ट, पाथ वे, रेलिंग और चौपाटी chaupati का निर्माण किया जाएगा।

अजमेर स्मार्ट सिटी परियोजना के सीईओ एवं जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित ने बताया कि बांडी नदी का कायाकल्प स्मार्ट सिटी परियोजना के माध्यम से किया जाएगा। बांडी नदी रिवर फ्रंट डवलपमेंट के लिए दो चरण निर्धारित किए गए हैं। प्रथम चरण में हरिभाऊ उपाध्याय नगर बी-ब्लॉक पुष्कर रोड से आर.के.पुरम तक विकास कार्य किए जाएंगे। इसके लिए 6.93 करोड़ का टेंडर tender जारी किया गया है। इससे नदी क्षेत्र में अतिक्रमण रुकने के साथ ही नदी को जीवन मिलेगा और नागरिकों को प्रकृति का साथ।

प्रथम फेज में इस तरह होंगे काम
प्रथम भाग- हरिभाऊ उपाध्याय नगर बी ब्लॉक से रामनगर पुलिया तक 490 मीटर में चौपाटी का निर्माण।

-बांडी नदी के दोनों किनारों को ऊंचा उठाकर फेसिंग।

-भ्रमण के लिए इन्टरलॉकिंग ब्लॉक से पाथ-वे ट्रेक निर्माण।

-नदी के बाहरी किनारे पर स्टील रेलिंग से सुरक्षा।

-सम्पूर्ण क्षेत्र में वृक्षारोपण।
द्वितीय भाग- बी.के.कौल नगर एन-ब्लॉक के पास बांडी नदी के किनारे 167 मीटर की लम्बाई में ग्रीन बैल्ट का विकास।

तृतीय भाग- ज्ञान विाहर से आर.के.पुरम तक नदी के किनारों पर चौपाटी निर्माण।

-नागरिकों की सुविधा के लिए कई स्थानों पर सिटिंग बैंच लगेंगी।

जल्द होगी दूसरे चरण की डीपीआर,नरेगा से होगा काम

बांडी नदी के रिवर फ्र ंट डवलपमेंट के द्वितीय चरण में आर.के.पुरम से फ ॉयसागर तक तीन किमी फेंसिंग कर ग्रीन बैल्ट विकसित किया जाएगा। क्षेत्र एडीबी एरिया से बाहर होने के कारण यहां काम पंचायतीराज विभाग के जरिए नरेगा से करवाया जाएगा। द्वितीय चरण की डीपीआर तैयार की जा रही है। इस पर करीब 10 करोड़ रूपए खर्च होने का अनुमान है। इसके लिए स्मार्ट सिटी के अभियंता सर्वे में जुटे हुए हैं। आर.के.पुरम से लेकर हाथीखेड़ा, बोराज व फायसागर तक सर्वे किया जा चुका है।

एडीए का सर्वे पूरा, टीम कल सौंपेगी रिपोर्ट
अजमेर. बांडी नदी के अतिक्रमण हटाने के लिए अजमेर विकास प्राधिकरण की राजस्व टीम का सर्वे बुधवार को पुन: शुरू हुआ। प्राधिकरण की टीम ने ग्रैंड जीनिया होटल के पीछे कॉलोनी में से ज्ञान विहार तक बांडी नदी का सर्वे किया। सर्वे में करीब 10 नए अतिक्रमण भी सामने आए। कई अतिक्रमियों ने नदी की भूमि पर धार्मिक स्थल का निर्माण का निर्माण, मकान, दुकान, फैक्ट्री, बाड़े आदि बना लिए हैं। पूर्व में 45 अवैध निर्माण नदी की भूमि पर चिह्नित किए जा चुके हैं। इनका सुपर इम्पोज नक्शे से मिलान भी किया जा चुका है। टीम विस्तृत सर्वे रिपोर्ट शुक्रवार को प्राधिकरण आयुक्त को सौंपेगी।

रंग लाई पत्रिका की मुहिम

बांडी नदी को मूल स्वरूप में लाने, अतिक्रमण हटाने तथा इसका विकास किए जाने को लेकर राजस्थान पत्रिका ने लगातार मुहिम चलाई थी। जिला कलक्टर प्रकाश राजपुरोहित व एडीए आयुक्त रेणु जयपाल ने इसे गंभीरता से लेते हुए सर्वे शुरू करवाया। जिला कलक्टर ने स्मार्ट सिटी के जरिए इसके विकास का खाका तैयार करवाया। नतीजतन, शहर को नदी मिल रही है . . .तो नदी को जीवन. . .!

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