गेरा ने किए थे प्रयास पृथ्वीराज नगर में पावर हाउस बनाने तथा हाइटेंशन विद्युत लाइन शिफ्टिंग की समास्या के निस्तारण के लिए वर्ष 2015 में एडीए के तत्कालीन कार्यवाहक कमिश्नर व डिस्कॉम एमडी हेमन्त कुमार गेरा ने एडीए से10 करोड़ रुपए डिस्कॉम को दिलवाए थे। इसमें 6.28 करोड़ पावर हाउस निर्माण के लिए ही थे। एडीए ने वर्ष 2007 में 1100 प्लॉट की पृथ्वीराज नगर योजना लांच की गई थी। इसके 60 फीसदी खातेदारों को भूमि के बदले भूमि दी जा चुकी है। 40 फीसदी को अभी भी इंतजार है और मुआवजा भी नहीं मिला। 537 आवंटियों को जमीन का कब्जा अब तक नहीं मिला है। योजना में पानी-बिजली भी 13 साल से नहीं पहुंच सकी।
विवादित जमीन दी,कब्जा नहीं हटवा सके
एडीए ने पावर हाउस निर्माण के लिए डिस्कॉम को 2500 वर्गमीटर ऐसी जमीन दी जो जलभराव के क्षेत्र में थी। इस पर भी एक अतिक्रमी ने बाड़ लगाकर कब्जा भी कर रखा था। वर्ष 2015 में 6.70 करोड़ रुपए लेने वाले डिस्कॉम ने जुलाई 2017 में भूमि का कब्जा मांगा तथा अतिक्रमण हटाने के लिए पत्र लिखा। जनवरी 2018 तथा मई 2019 में भी पत्र लिखे गए। मामला जिला प्रशासन तक भी पहुंचा।
टाटा का एतराज पृथ्वीराज नगर पावर हाउस को डिस्कॉम से टेकओवर करने से लिए टाटा पावर ने 5 बिन्दुओं पर एतराज जताया है। इनमें पावर ट्रांसफार्मर के पुराने होने,टावर पर पैंथर कंडक्टर डालने,प्रोजेक्ट की सम्पूर्ण जानकारी देने,पावर हाउस के लिए डिस्कॉम द्वारा टाटा पावर से लिए उधार लिए गए 2 टन स्टील को वापस देने,पावर हाउस को स्टीफन तिराहे से हाईटेंशन लाइन से जोडऩे के लिए कहा गया है। पावर हाउस को अभी तक चार्ज नहीं किया गया है।
इनका कहना है
मामला मेरी जानकारी में नहीं है। पता करता हूं कि देरी क्यों हुई। इसका समाधान किया जाएगा। वी.एस.भाटी,एमडी अजमेर डिस्कॉम
जो भी कमियां हैं उसे दूर कर जीएसएस टेकओवर कर लिया जाएगा। डिस्कॉम से बात चल रही है।
गजानन काले,सीईओ,फ्रैंचायजी टाटा पावरडिस्कॉम व टाटा पावर को बुलाकर मामले की जानकारी ली जाएगी। जो भी इश्यू है उसे शॉटआउट किया जाएगा।
गौरव अग्रवाल,कमिश्नर एडीए read more: बिना लोड 10 दिन में दो बार फेल हुए पावर ट्रांसफार्मर