26 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

बोले शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी , सीता के जीवन से सीखें त्याग व समर्पण क्या है जानें और क्या उन्होंने

शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि जनक नंदिनी माता सीता त्याग और समर्पण की प्रतिमूर्ति के रूप में जानी जाती हैं।

2 min read
Google source verification
education minister devnani says we have to learn form godess sita

अजमेर . शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि जनक नंदिनी माता सीता त्याग और समर्पण की प्रतिमूर्ति के रूप में जानी जाती हैं। समाज को उनसे संस्कार और जीवन प्रबंधन के बारे में सीख लेनी चाहिए। समाज को सद्मार्ग और संस्कारित मार्ग पर चलाने के लिए प्रत्येक परिवार को रामायण को जीवन में अंगीकार करना चाहिए। राज्य सरकार युवाओं को समाज विकास के प्रति प्रेरित करने के लिए पूरी गंभीरता के साथ काम कर रही है। स्कूली शिक्षा में ऐसी प्रेरक जीवनियों, घटनाओं, धर्म और महापुरुषों को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है ताकि हमारी युवा पीढ़ी अपनी संस्कृति पर गर्व कर सके।


शिक्षा राज्यमंत्री देवनानी ने रविवार को मैथिल ब्राह्मण समाज की ओर से लोको खेल मैदान पर जनक नंदिनी माता सीता जन्म महोत्सव पर आयोजित खेल प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि राज्य के स्कूली शिक्षा के पाठ्यक्रम में हमारे धर्म, देश और संस्कृति को प्रेरणा देने वाले सभी महत्वपूर्ण लोगों, महापुरुषों, देवताओं आदि को उचित स्थान दिया गया है।

देवनानी ने पार्षद नीतू मिश्रा के साथ विभिन्न प्रतियगिताओं में विजेताओं को पुरस्कृत किया। मैथिल ब्राह्मण समाज की ओर से राज्यमंत्री देवनानी का अभिनंदन किया गया। इस अवसर पर रंजन शर्मा, लोकेंद्र शर्मा सहित समाज के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इससे पूर्व खेलकूद प्रतियोगिताओं में लोगों ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया। महिलाओं की चम्मच रेस आकर्षण का केंद्र रही। रेस में समाज के बच्चों ने दमखम दिखाया।


यह भी पढ़ें....बकाएदारों के लिए लागू हुई एमनेस्टी योजना

किश्तों में भी जमा करवा सकेंगे राशि

अजमेर. अजमेर विद्युत वितरण निगम ने लम्बे समय से बकाया चल रही राशि को वसूलने तथा सभी श्रेणी के उपभोक्ताओं के कटे हुए विद्युत कनेक्शन को मार्च 2018 तक पुन: चालू करवाने के लिए एमनेस्टी स्कीम लागू की है। योजना के तहत एलपीएस तथा ब्याज में छूट दी जा रही है। यह योजना 31 मार्च तक लागू रहेगी। इस योजना के तहत बकाएदारों को निर्धारित प्रपत्र में सहायक अभियंता कार्यालय में आवेदन करना होगा। बकाएदार को इस योजना का लाभ लेने के लिए पहले बकाए को लेकर किसी भी न्यायालय में चल रहे मामले को वापस लेना होगा। विद्युत चोरी के मामलों में यह योजना लागू नहीं होगी। 5 लाख रुपए से अधिक बकाए के मामले में राशि किश्तों में भी जमा करवाई जा सकेगी। निगम के अतिरिक्त मुख्य अभियंता (वाणिज्य) एस.एस.मीना के अनुसार यदि बकाया राशि 5 लाख से अधिक है तो उन्हें एक मुश्त जमा करवाने पर एसपीएस/डीपीएस तथा ब्याज राशि पर सौ फीसदी छूट मिलेगी।