
Now sewerage will reach even in towns, DPR started being made
अजमेर. अजमेर विकास प्राधिकरण ने जेएनएनयूआरएम के तहत खानपुरा में अधूरे पड़े 40 एमएलडी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निर्माण कार्य रोकनी वाली ठेकेदार फर्म की 3 करोड़ की बैंक गारंटी जब्त कर ली है। इसके साथ ही निर्माण में देरी पर फर्म पर 2 करोड़ रूपए की पेनल्टी भी लगाई गई। प्राधिकरण ने निर्माण फर्म को एसटीपी का निर्माण काम शुरु नहीं करने पर इसे स्वयं के स्तर पर रिस्क एंड कॉस्ट पर संचालित किए जाने की चेतावनी भी दी थी। इसके बाद फर्म ने एसटीपी का निर्माण शुरु कर दिया है। प्राधिकरण अब तक निर्माण फर्म को 22 करोड़ रूपए का भुगतान कर चुका है।
फर्म ने रोक दिया था काम
फर्म ने कुछ साल पहले एसटीपी का निर्माण कार्य बंद कर दिया था। दोबारा काम शुरु नहीं करने पर प्राधिकरण ने सख्त रुख अपनाया। प्लांट का सिविल वर्क 95 फीसदी पूरा हो चुका है। इलेक्ट्रोमैकेनिकल उपकरणों का प्रीक्योरमेंट करने के बाद इरेक्शन का कार्य शेष है।
2011 में दिया गया था ठेका
40 एमएलडी एसटीपी निर्माण का ठेका 2011 में 30 करोड़ रुपए में दिया गया था। इसका निर्माण कार्य फरवरी 2013 में ही पूरा होना था। लेकिन ठेकेदार की माली हालत खराब होने के कारण उसने 2017 में निर्माण बंद कर दिया। ठेकेदार ने अगस्त 2018 में काम शुरु कर 2019 में इसे फिर बंद कर दिया।
प्लांट से बिजली भी बनेगी
40 एमएलडी एसटीपी से ही इसके संचालन के लिए बिजली भी बनाई जा सकेगी और इसी से 20 एमएलडी एसटीपी का भी संचालन किया जाएगा। खानपुरा 20 एमएलडी एसटीपी का संचालन खुद नगर निगम ही कर रहा है। वहीं निगम अभियंताओं का तर्क है कि 40 एमएलडी का निर्माण एडीए ने अभी तक अपूर्ण है। इसके पूर्ण होने के बाद ही एसटीपी को नवीन टेक्नोलॉजी से अपग्रेड किया जा सकेगा।
Published on:
17 Oct 2021 09:14 pm
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