
self defence
रक्तिम तिवारी/अजमेर.
महिलाओं और बालिकाओं को प्रदेश की पुलिस साल 2020 से आत्मरक्षा प्रशिक्षण देने की शुरुआत करेगी। प्रदेश के सभी जिलों में प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएंगे। इनमें महिलाओं को आत्मरक्षा से जुड़े गुर सिखाए जाएंगे। अजमेर में पुलिस लाइंस में केंद्र स्थापित किया गया है। इसके लिए नि:शुल्क पंजीयन भी कराए जा सकेंगे।
देश में महिलाओं-बालिकाओं से छेड़छाड़, दुष्कर्म के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। तेलंगाना, उन्नाव, रांची, टोंक सहित कई मामले पिछले दिनों सुर्खियों में रहे हैं। निर्भया कांड के बाद सख्त कानून बना लेकिन शर्मनाक हरकतें कम नहीं हुई हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के आदेश पर पुलिस मुख्यालय ने महिलाओं-बालिकाओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी है। इसके तहत 1 जनवरी 2020 से नई पहल की जा रही है।
हर जिले में आत्मरक्षा प्रशिक्षण केंद्र
डीजीपी डॉ. भूपेंद्र यादव के अनुसार प्रत्येक जिले में आत्मरक्षा प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया जाना है। इसमें महिलाओं, बालिकाओं को आत्म रक्षा (सेल्फ डिफेंस) के गुर सिखाए जाएंगे। यह प्रशिक्षण केंद्र 1 जनवरी 2020 से जिलों में प्रारंभ होंगे।
प्रशिक्षण के लिए नि:शुल्क पंजीयन
पुलिस मुख्यालय की योजना के मुताबिक केंद्रों पर कामकाजी महिलाएं, गृहिणी, स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय में अध्ययनरत बालिकाएं और विभिन्न संगठनों-संस्थाओं में कार्यरत महिलाएं आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगी। इसके लिए नि:शुल्क पंजीयन कराया जा सकेगा। प्रशिक्षण की अवधि सात दिवसीय होगी। यह प्रशिक्षण मास्टर ट्रेनर देंगे।
पुलिस लाइंस में केंद्र स्थापित
अजमेर के पुलिस लाइंस में आत्म रक्षा प्रशिक्षण केंद्र स्थापित किया गया है। यहां महिलाओं-बालिकाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। मालूम हो कि डीजीपी डॉ. यादव ने 4 दिसंबर को अजमेर दौरे में मादक द्रव्यों पर अंकुश, किशोरों को नशे से दूर रखना, महिला-बालिका सुरक्षा और सडक़ सुरक्षा को साल 2020 की सर्वोच्च प्राथमिकता बताया था।
Read More:अजमेर दरगाह दीवान बोले...सीएए पर हो पुनर्विचार
मुख्यालय के निर्देशानुसार पुलिस लाइंस में आत्मरक्षा प्रशिक्षण केंद्र की स्थापना की गई है। इसमें महिलाएं-बालिकाएं प्रशिक्षण प्राप्त कर सकेंगी। नए साल से प्रशिक्षण प्रारंभ किया जाएगा।
कुंवर राष्ट्रदीप, एसपी अजमेर
Published on:
25 Dec 2019 09:59 am
बड़ी खबरें
View Allअजमेर
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
