किशनगढ़ निवासी विवाहिता ने अजमेर सीओ (नॉर्थ) कार्यालय में तैनात हैडकांस्टेबल रमन जोशी पर देहशोषण का आरोप लगाया है। उसने आईजी को दिए ज्ञापन में बताया कि २ साल पहले उसके पिता और भाइयों का पड़ोसी से विवाद हो गया जिसकी शिकायत उन्होंने किशनगढ़ थाने में दी थी। प्रकरण में जांच के लिए आए कांस्टेबल (अभी हैडकांस्टेबल) रमन जोशी ने मदद करते हुए पड़ोसी से समझौता करवाया। अनुसंधान के दौरान जोशी ने उसके परिवार से नजदीकियां बढ़ा ली। वह और उसकी पत्नी आए दिन उसके घर आने-जाने लगे।
जोशी को जब उसके और उसके पति से कटु सम्बंधों का पता चला तो वह मोबाइल पर कॉल कर दोस्ती के लिए प्रेरित करने लगा। उसने स्वयं की पत्नी से भी अच्छे संबंध नहीं होने की बात कहते हुए उसको तलाक देने और उससे शादी की करने की इच्छा जताई। आरोपित उसे और उसके पति को बाहर लेकर जाता और उसे शादी करने की बात कहकर देहशोषण करता था। यह सिलसिला दो साल तक चलता रहा। इस दौरान आरोपित कांस्टेबल से पदोन्नत होकर हैडकांस्टेबल बन गया।
रेस्टोरेंट में किया देहशोषण पीडि़ता ने बताया कि आरोपित पदोन्नति के बाद अजमेर आ गया। अजमेर में तैनाती के दौरान भी आरोपित उसे बुलाता था और
जयपुर रोड स्थित एक रेस्टोरेंट समेत कई जगह पर उसका देहशोषण करता। आरोपित ने उसे २१ नवम्बर २०१७ को स्टाम्प पेपर पर लिखित में दिया कि वह उससे जल्द शादी करेगा, नहीं करने पर वह उसका दोषी होगा। विगत २५ मई को आरोपित ने जयपुर रोड स्थित रेस्टोरेंट पर देहशोषण किया। जब उसे शादी का दबाव बनाया तो आरोपित ने शादी से इन्कार कर दिया। पीडि़ता ने आरोप लगाया कि आरोपित ने तीन बार गर्भवती होने पर उसकी इच्छा के विरुद्ध गर्भपात करवाया।
आरोपित की पत्नी ने भी दी शिकायत इधर आरोपित की पत्नी ने भी पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह को पीडि़ता के खिलाफ पति को झूठा फंसाने की शिकायत दी है। एसपी सिंह ने मामले में दोनों पक्षों को सुनने के बाद पुलिस उप अधीक्षक उत्तर डॉ. दुर्गसिंह राजपुरोहित को मामले की जांच दी है जबकि हैडकांस्टेबल रमन जोशी को लाइन हाजिर कर दिया।
महिला ने हैडकांस्टेबल पर देहशोषण का आरोप लगाते हुए शिकायत दी है। पुलिस अधीक्षक को मामले में जांच के आदेश दिए हैं। दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जाएगी। -मालिनी अग्रवाल, पुलिस महानिरीक्षक (अजमेर रेंज)
पीडि़ता और आरोपित हैडकांस्टेबल की पत्नी ने परस्पर शिकायत दी है। प्रकरण की जांच सीओ नॉर्थ दुर्गसिंह राजपुरोहित को दी है। वहीं हैडकांस्टेबल को लाइन हाजिर किया है। -राजेन्द्र सिंह, पुलिस अधीक्षक