पुष्कर. गुरु पुष्य नक्षत्र की रात से मानसून की पहली बरसात में तीर्थराज पुष्कर की फिजा बदली । नाग पहाड़ी से नीचे झरने पुष्कर सरोवर में मिले पानी की आवक जारी 12 घंटे से लगातार चल रही है बरसात
तीर्थराज पुष्कर में गुरुवार की रात पुष्य नक्षत्र में शुरू हुई मानसून की पहली बरसात (rain) में पुष्कर सरोवर की फिजा ही बदल दी है ।पुष्कर की नाग पहाड़ी से निकली नदियां झरने के रूप में बहकर पुष्कर सरोवर में आकर मिलने लगे हैं तथा पुष्कर सरोवर के जल स्तर बढ़ने लगा है । मानसून की पहली तेज बरसात के साथ ही पुष्कर सरोवर में जल की आवक शुरू होने से तीर्थ पुरोहितों के चेहरे खिल उठे हैं। लंबे समय से इंतजार के बाद अचानक पुष्कर सरोवर का जल स्तर बढ़ने लगा है। पुष्कर में गुरुवार की रात करीब 8:00 बजे से अचानक तेज मूसलाधार बरसात शुरु हुई जो पूरी रात चली तथा शुक्रवार की सुबह प्रातः 8:00 बजे तक बरसात का क्रम जारी रहा यही कारण रहा कि पुष्कर सरोवर के दक्षिण दिशा में स्थित नाग पहाड़ी से झरने फूटकर नदी के रूप में बह निकले तथा फीडर मार्ग होते हुए पुष्कर सरोवर में जा मिले पुष्कर सरोवर में पानी की आवक शुरू हो गई है तथा पुलिया पर लोगों की भीड़ जमने लगी है पुष्कर सरोवर में पानी की आवक शुरू होने के साथ ही पुरोहितों के चेहरे खिल उठे हैं वहीं धार्मिक पुष्कर का नजारा ही बदलने लगा है प्राकृतिक छटा खिलने लगी है पुष्कर सरोवर में लंबे समय के बाद पानी की आवक हो पाई है पुरोहित भगवान इंद्रा देव का आभार व्यक्त कर रहे हैं।
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