
निचली बस्तियों में कहर ना बरपा दे एस्केप चैनल!
हिमांशु धवल . अजमेर. शहर के बीच से गुजर रहा एस्केप चैनल जगह-जगह से क्षतिग्रस्त होने के कारण बारिश में फिर कहर बरपा सकता है। स्थिति यह है कि पिछले साल अतिवृष्टि के कारण नुकसान पहुंचे एस्केप चैनल की सुरक्षा दीवारों को सालभर बीतने के बावजूद दुरुस्त करने की कोई योजना नहीं बनाई गई, और फिर से बरसात सिर पर है। उधर, निगम के अधिकारी खुद की जिम्मेदारी केवल चैनल की सफाई करने तक ही मानते हैं। जबकि टूट-फूट का काम सिंचाई विभाग का बताते हैं। इन हालात में आने वाला मानसून चैनल से सटी बस्तियों के बाशिंदों के लिए सुकूनबख्श तो कतई ही नहीं कहा जा सकता।
पचास साल का हुआ चैनल
शहर के आनासागर लिंक रोड से खानपुरा तक एस्केप चैनल गुजर रहा है। आनासागर का ओवरफ्लो पानी एस्केप चैनल से होता हुआ खानपुरा तक पहुंचता है। एस्केप चैनल करीब 50 साल पुराना होने के कारण अब अधिकांश जगह से जर्जर हो गया है। इससे दीवारों के पास बने मकानों को भी नुकसान पहुंच रहा है। तेज बारिश होने की स्थिति में गंभीर हादसे की आशंका भी बनी रहती है। बारिश के दौरान चैनल के ओवरफ्लो होने से गूजरधरती, राबडिय़ा मोहल्ला, सुनहरी कॉलोनी, प्रकाश रोड, नगरा, भजनगंज व बिहारीगंज तक की कई बस्तियां जलमग्न हो जाती हैं और क्षेत्र को लोगों की जान सांसत में आ जाती है।
10 से अधिक जगह से टूटी है दीवार
एस्केप चैनल की कचहरी रोड से लेकर प्रकाश रोड तक ही करीब 10 से अधिक जगह दीवार क्षतिग्रस्त है। कई जगह इसके दोनों ओर मकान बने हुए हैं। एस्केप चैनल की दीवार जगह-जगह से क्षतिग्रस्त होने के कारण मकानों को नुकसान पहुंच सकता है। कचहरी रोड पर तोपदड़़ा पुलिया में ही पिछले साल रिसाव शुरू हो गया है, जिसे दुरुस्त कराया गया।
अलवरगेट पर नाले की दीवार ही नहीं
शहर के मार्टिण्डल ब्रिज से लेकर रेल मम्यूजियम तक नाले की रिटेनिंग वॉल पूरी तरह से टूट गई है। हालांकि नगर निगम की ओर से गत दिनों यहां पर नाले की सफाई कराई गई। नाले की दीवार नहीं होने के कारण बारिश के दौरान सडक़ पर भी पानी निकाल सकता है।
यहां से गुजरता है एस्केप चैनल
एस्केप चैनल कचहरी रोड, तोपदड़ा, श्रीनगर रोड, जादूघर, अलवर गेट, गूजर धरती, राबडिय़ा मोहल्ला, प्रकाश रोड, भजनगंज, बिहारीगंज व आदर्शनगर क्षेत्र से निकलते हुए खानपुरा तक जाता है।
पिछले साल हुई थी बंपर बारिश
अजमेर जिले में पिछले साल 950 मिलीमीटर बारिश हुई थी, जबकि जिले की औसत बारिश 550 मिलीमीटर है। बारिश की अधिकता के कारण आनासागर के कई दिनों तक चैनल गेट खुले रहे थे। बारिश के दौरान पानी ओवरफ्लो अधिक होने के कारण कई बस्तियों को जलमग्न कर दिया था।
फैक्ट फाइल
- 50 साल पहले बना था एस्केप चैनल
- 8 किलोमीटर है चैनल की लम्बाई
- एक लाख की बसावट के नाले के दोनों ओर
- 20 के करीब हैं बस्तियां
इनका कहना है...
नगर निगम का काम एस्केप चैनल की सफाई का होता है। एस्केप चैनल की दीवारों को दुरुस्त कराने के लिए सिंचाई विभाग को पत्र लिखा जाएगा। साथ ही जिला प्रशासन को भी समस्या से अवगत कराया जाएगा।
- गजेंद्र सिंह रलावता, उपायुक्त नगर निगम
Published on:
07 Jun 2020 05:37 pm
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