
गांव के आसपास गूंज रही बाघ की दहाड़, दहशत में लोग
खण्डार. उम्रदराज बाघ टी-03 का मूवमेन्ट पांचवें दिन सोमवार को भी ईटावदा गांव के आस-पास ही बना रहा। इससे ग्रामीणों में खौफ का माहौल है। त्योहार का दिन होने के बावजूद लोग कम ही घरों से निकले।
क्षेत्रीय वनाधिकारी ने बताया कि बाघ ने अपना शिकार पूरी तरह से खा लिया है गत रविवार रात को बाघ जंगल की ओर चला गया था, लेकिन सोमवार सुबह बाघ वापस ईटावदा गांव के पास भैरूजी के रास्ते में दिखाई दिया। बाघ की निगरानी की जा रही है। शिकार व घटना स्थल के आस-पास कैमरे लगाकर बाघ की ट्रैकिंग की जा रही है। इस दौरान कई बार बाघ फोटो ट्रैप कैमरे में कैद हो चुका है।
मिले पगमार्क
टाइगर स्पेशल टीम ने बताया कि बाघ टी -03 के पगमार्क ईदावदा गांव के पास भैरूजी के तलाई, गिलाई सागर के सोलह मौखा खाड़ में मिले हैं। बाघ का मूवमेन्ट ईटावदा वनक्षेत्र की ओर बना हुआ है। रात में बाघ जंगल की ओर चलता जाता है, लेकिन सुबह होने से पहले ही आबादी क्षेत्र की ओर आ जाता है।
ग्रामीणों में दहशत
ग्रामीणों ने बताया कि बारिश होने से जंगल में घास हो गई है। ऐसे में बाघ को आसानी से शिकार मिल सकता है। ग्रामीणों ने बताया कि जब तक बाघ आबादी क्षेत्र के आस पास रहेगा तब तक कृषि कार्य बाधित रहेंगे। ग्रामीण बाघ की दहशत के कारण खेतों पर नहीं जा रहे हैं। बाघ के कारण लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
बाघ शिकार को पूरा खा चुका है। अब वन क्षेत्र की ओर जाने की संभावना है। वनकर्मी पूरी तरह से बाघ पर नजर बनाए हुए है।
मोहनलाल गर्ग, क्षेत्रीय वनाधिकारी, रेंज खंडार
Published on:
03 Aug 2020 11:30 pm
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