
#changemaker : महिला शक्ति ने लिया राजनीति में सक्रिय भागीदारी का संकल्प, बोली अब हम बनेंगे स्वच्छ राजनीति के चेंजमेकर्स
अजमेर . राजस्थान पत्रिका के चेंजमेकर अभियान के तहत गुरुवार को विजयलक्ष्मी पार्क में महिला संगोष्ठी का आयोजन किया गया ,कार्यक्रम का संचालन वर्तिका शर्मा ने किया। इसमें महिलाओं ने खुलकर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि महिलाएं समाज की महत्वपूर्ण कड़ी है। इसके आगे बढऩे में पुरुषों के साथ-साथ स्वयं महिलाएं भी रुकावट पैदा करती हैं। महिलाओं का यदि प्रभाव बढ़ता है तो उसे कम करने के भरसक प्रयास किए जाते हैं। उस पर कई तरह से दबाव बनाया जाता है। महिलाएं पार्षद, सरपंच, वार्ड पंच बनती हैं तो उनके पति उनका कार्य करते हैं। उन्हें उनके उचित अधिकार नहीं मिलते। वे चाहकर भी इसका विरोध नहीं कर पाती हैं। इस दौरान चुनाव लडऩे वाली की इच्छा रखने वाले कर्मचारियों के लिए स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति की अनिवार्यता भी खत्म करने की बात भी सामने आई, ताकि नौकरीपेशा महिलाएं भी चुनाव लड़ सके।
'महिलाओं में जागृति लाएगा पत्रिका का अभियान
राजस्थान पत्रिका का चेन्जमेकर अभियान राजनीति की स्वच्छता का अभियान है। महिलाएं चाहे तो कुछ भी हासिल कर सकती हैं। इसके लिए पहले तो उन्हें परिवार और समाज में आगे बढऩे की चाह रखने वाली महिलाओं का सहयोग करना चाहिए। अगर वह चुनाव जीत भी जाती है तो सारा काम पुरुष ही करते हैं। उनकी अहमियत कम कर दी जाती है।
-सबा खान, अध्यक्ष शहर महिला कांग्रेस
महिलाओं को सबसे पहले घर में एक दूसरे का और भावनाओं का सम्मान करना चाहिए। अपने अधिकार प्राप्त करने के लिए आगे आना चाहिए। इसी से महिलाओं का राजनीति और समाज में सशक्तीकरण होगा।
-भारती श्रीवास्तव, चेयरपर्सन नारीशाला
राजस्थान पत्रिका ने आधी आबादी की राजनीति में भागीदारी बढ़ाने के बारे में सोचा है। अब महिलाओं को दृढ निश्चय करके आगे बढऩा चाहिए। क्योंकि जब महिला दृढृ निश्चय करके आगे बढ़ती है, तो किला फतह करती है। जब महिला यह कार्य करे तो पति सहित पूरे परिवार को इसमें उन्हें आगे बढ़ाने के प्रयास करने चाहिए।
-सुनीता भाटी, संयोजिका राधाकृष्णन शिक्षिका सेना
राजस्थान पत्रिका का चेंजमेकर अभियान बहुत अच्छा है। महिलाओं को राजनीति में आगे अधिकार पाने के लिए आगे बढऩा चाहिए। महिलाओं को महिलाओं का साथ देना चाहिए।
-सरोज कुमावत, सह संयोजिका राधाकृष्णन शिक्षिका सेना
राजस्थान पत्रिका महिलाओं के महत्व को समझता है। इसलिए चेंजमेकर अभियान में महिलाओं को मंच प्रदान किया है। क्योंकि महिलाएं अपने परिवार, समाज और दुनिया की सबसे महत्वपूर्ण कड़ी है। वह विभिन्न रूपों में अलग-अलग तरह से जिम्मेदारियां निभाती हैं। इसलिए महिलाओं को सामाजिक, आर्थिक, राजनीतिक रूप से सशक्त होना चाहिए। राजनीति में आगे बढऩा चाहिए।
-सीमा शर्मा, अध्यक्ष लायनेस क्लब
महिलाओं को पर्याप्त अवसर नहीं दिए जाते है। राजस्थान पत्रिका ने चेंजमेकर अभियान से उनमें जागृति लाने का काम किया है। उन्हें राजनीति में अपनी जगह खुद बनानी पड़ती है। राजनीति में शिष्टाचार की बात तो होती है। लेकिन महिलाओं से शिष्टाचार पूर्वक व्यवहार नहीं किया जाता है।
-रागिनी चतुर्वेदी, महिला कांग्रेस प्रदेश पदाधिकारी
राजस्थान पत्रिका का चेंजमेकर अभियान महिला जागरुकता का उल्लेखनीय कार्य कर रहा है। क्योंकि महिलाएं समाज के विकास की सबसे बड़ी कड़ी हैं। राजनीति में महिलाओं को पारिवारिक, आर्थिक, समाजिक रूप से सशक्त होना होगा। जिस परिवार और पुरुष को आगे बढ़ाने के लिए वह सदैव उनके साथ खड़ी रहती है, उन्हें उसका साथ देना होगा।
-हेमा गहलोत, गृहिणी
राजस्थान पत्रिका ने महिलाओं को आगे बढऩे का मंच दिया है। बदलाव का नायक बनने के लिए महिलाओं को सबसे पहले एक दूसरे की टांग खिचाई बंद करनी होगी। घर से निकलकर समाज और राजनीति में भागीदारी बढ़ानी होगी। अपनी आस-पास की महिलाओं को भी जागरूक करना होगा।
-रेखा कंवर, गृहिणी
राजस्थान पत्रिका ने चेंजमेकर आभियान से महिलाओं को अपने विचार अभिव्यक्त करने का अवसर प्रदान किया। ऐसे ही अवसर राजनीति में भी महिलाओं को प्रदान किए जाने चाहिए। यदि महिलाएं आगे बढ़े तो उन्हें सहर्ष स्वीकार कर उन्हें उचित स्थान देना चाहिए।
-संगीता सक्सेना, व्याख्याता
राजस्थान पत्रिका ने महिलाओं के प्रति सकारात्मक भाव रखते हुए चेन्जमेकर अभियान में बहुत सी महिलाओं को जोड़ा है। अब महिलाओं को इस सकारात्मता को अपनाते हुए अपनी शक्ति पहचान कर आगे आना चाहिए।-उषाकिरण जोशी, पूर्व पार्षद
राजस्थान पत्रिका ने महिलाओं की स्थिति और सुधार लाने के लिए महिलाओं को चेंजमेकर अभियान में यह मंच प्रदान किया है। राजनीति में बदलाव के लिए महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण मिलना चाहिए। क्योंकि आधी आबादी महिलाओं की ही तो है। महिलाओं के आने से राजनीति शुद्ध होगी। राजनीति में आने से पहले महिलाओं को समाज में गहरी पैठ बनानी चाहिए। इससे वे सशक्त रूप से स्थापित होगी।
-रेणु मेघवंशी, सामाजिक कार्यकर्ता
जब-जब महिलाओं को प्रतिनिधित्व का अवसर मिला है। तब-तब महिलाओं ने देश और विदेश में राजनीति में बड़ा मुकाम हासिल किया। क्योंकि जब अकेली महिला घर संभाल सकती है। तो वह सब कुछ संभाल सकती है। उनकी इच्छाओं को रूढिवादिता के चलते घरों में दबाना नहीं चाहिए।
-गायत्री रेडिया, को-ऑपरेटिव अधिकारी
राजस्थान पत्रिका का चेंजमेकर अभियान महिलाओं के लिए प्रेरणादायी अभियान है। महिलाओं को राजनीति में अधिकार मिलेंगे तो समस्याओं के निस्तारण भी प्रमुखता से होंगे। लेकिन इसके लिए महिलाओं और समाज दोनों को अपने आप को इसके लिए तैयार करना होगा।
-आकांशा शर्मा, चित्रकार
कार्यक्रम में लायनेस क्लब प्रांतीय अध्यक्ष आभा गांधी, शारदा विजयवर्गीय, संगीता रेहानी, विजय श्री, ज्योति तोलानी, मधुमती पाराशर, प्रतिभा बालानी, नीतू शर्मा, राधा झा, अनिता वर्मा, एरिना जॉर्ज, नीतू शर्मा, कमला बारूपाल, आशा आर्य, नीतू ढाणी, अंजूबाला जोशी, कमला चंचलानी, पूनम पारवानी, वसुंधरा शर्मा, इन्द्रा खोरवाल, निशा जैसवानी, नीरू गर्ग, अनिता वर्मा, बीनू माथुर, मीना मीरचंदानी, रेखा कंवर, मंजू बलाई, संगीता बंजारा, मनीषालता चौहान, नीतू ढाणी, प्रमिला राठौड़, नम्रता भसीन, सुरेन्द्र कौर, सुषमा कपूर, रंजना शर्मा, शहनाज, सविता रानी, गिरजा यादव, रीटा शतलानी, रजनी कहार, किरण वर्मा सहित अन्य महिलाएं उपस्थित थीं।
Published on:
31 May 2018 11:12 pm
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