
सत्र 2020-21 के प्रथम वर्ष के विद्यार्थी होने हैं प्रमोट।
अजमेर.
कॉलेजों में प्रथम वर्ष (FIRST YEAR) के विद्यार्थियों को प्रमोट करने में महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय (MDSU AJMER) की दिक्कतें बढ़ी हुई हैं। बड़ी परेशानी विद्यार्थियों की दसवीं की अंकतालिका लेने की है। विवि जल्द वेबपोर्टल खोलकर विद्याथियों से दसवीं की अंकतालिका, नाम-रोल नंबर और अन्य वांछित डाटा लेगा।
बीते साल लॉकडाउन औरकोरोना वायरस संक्रमण (covid-19)के चलते राज्य सरकार द्वारा गठित उच्च स्तरीय कमेटी ने स्नातक प्रथम के विद्यार्थियों को प्रमोट करने के आदेश दिए थे। विद्यार्थियों को बारहवीं के 60 और दसवीं के 40 प्रतिशत अंकों के आधार पर प्रमोट करना है। विश्वविद्यालय इस फार्मूल पर प्रमोट सर्टिफिकेट तैयार करेगा।
दसवीं का डाटा बना चुनौती
सत्र 2021-22 में प्रथम वर्ष के करीब 70 हजार विद्यार्थी प्रमोट होने हैं। इसमें सीबीएसई के करीब 9 हजार, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के 60 हजार और अन्य बोर्ड के 1 हजार विद्यार्थी हैं। सीबीएसई (CBSE)का दसवीं का डाटा बगैर शुल्क नहीं मिलेगा। जबकि राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE AJMER) और अन्य राज्यों के बोर्ड से विश्वविद्यालय (MDSU AJMER) डाटा लेने की तैयारी में है।
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खोलना पड़ेगा वेबपोर्टल
परीक्षा नियंत्रक प्रो.शिवदयाल सिंह ने बताया कि दसवीं का डाटा लेने की प्रक्रिया पर चर्चा जारी है। इसके लिए जल्द वेबपोर्टल खोला जाएघा। विवि की मंशा है, विद्यार्थियों को पोर्टल पर ज्यादा सूचनाएं नहीं देनी पड़ी। केवल नाम, अंक, रोल नंबर और माता-पिता के नाम जैसी वांछित सूचनाएं ही भरनी पड़ें। जल्द प्रक्रिया तय कर अधिकृत सूचना जारी की जाएगी।
कॉलेज में भेजेंगे प्रमोट सर्टिफिकेट
कला, वाणिज्य और विज्ञान संकाय के विद्यार्थियों के पास सर्टिफिकेट शीघ्र कॉलेज में भेजे जाएंगे। प्रमोट सर्टिफिकेट वेबसाइट पर भी अपलोड किए जाएंगे। विद्यार्थी इन्हें ऑनलाइन डाउनलोड कर सकेंगे। सर्टिफिकेट में कोविड-19 (covid-19) सहित उच्च शिक्षा विभाग के नियमों का जिक्र किया जाएगा
Published on:
23 Jan 2022 07:30 am
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