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MDSU: कैंपस कोर्स में शुरू होगा च्वॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम

कैंपस के सभी पाठ्यक्रमों में लागू होगी व्यवस्था।

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cbcs system in mdsu

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अजमेर.

महर्षि दयानंद सरस्वती विश्वविद्यालय में सत्र 2020-21 से सभी पाठ्यक्रमों में च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम लागू होगा। कोर्स और सिलेबस बनाने काम लॉकडाउन खुलने और स्थिति सामान्य होने पर किया जाएगा।

यूजीसी ने सभी विश्वविद्यालयों को विज्ञान, कला, वाणिज्य, प्रबंधन और अन्य संकाय में च्वाइस बेस्ट क्रेडिट सिस्टम लागू करने को कहा है। मदस विश्वविद्यालय ने दो साल पहले ही प्रबंध मंडल की बैठक में फैसला कर लिया था। लेकिन तकनीकी कारणों से इसे लागू नहीं किया जा सका। कुलपति प्रो. आर. पी. सिंह ने सत्र 2020-21 से सीबीसीएस सिस्टम लागू करने के निर्देश दिए हैं।

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क्या है च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम
च्वाइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम में पाठ्यक्रमों को कोर और इलेक्टिव वर्ग में बांटा जाता है। इसमें विद्यार्थी 80 प्रतिशत कोर्स संबंधित विषय और 20 प्रतिशत इलेक्टिव विषयों के पढ़ते हैं। उदाहरण के तौर एम.ए. इतिहास का विद्यार्थी 80 प्रतिशत कोर्स इतिहास का पढ़ते हैं। जबकि 20 प्रतिशत इलेक्टिव विषयों में उसे हिंदी, अंग्रेजी, पर्यावरण विज्ञान, भूगोल अथवा अन्य विषय पढऩे होते हैं। इलेक्टिव विषयों में पढऩे पर उसे क्रेडिट (अंक) मिलते हैं।

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यह है उ²ेश्य
-विद्यार्थी मूल के अलावा अन्य विषय भी पढ़ें समानांतर
-कैंपस में सभी विषयों में रहे विद्यार्थियों की उपस्थिति
-कैंपस प्लेसमेेंट में मिले फायदा
-रोजगारोन्मुखी कार्यक्रमों में बढ़े भागीदारी

कैंपस के सभी कोर्स में सीबीसीएस सिस्टम अगले सत्र से लागू होगा। इसकी तैयारियां शुरू हो गई हैं।
प्रो. आर. पी.सिंह, कुलपति मदस विश्वविद्यालय

खाली रही सीट तो इंस्टीट्यूट को देने पड़ेंगे सीधे प्रवेश


होनी हैं जेईई मेन, जेईई एडवांस और अन्य परीक्षाएं।
रक्तिम तिवारी/अजमेर. कोरोना संक्रमण देश के आईआईटी, एनआईटी, मेडिकल, इंजीनियरिंग और अन्य संस्थानों की परेशानी बढ़ाएगा। दरअसल जेईई मेन, जेईई एडवांस, नीट, क्लेट और अन्य परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों की संख्या घटने के आसार हैं। ऐसे में संस्थानों को रिक्त सीट भरने के लिए काफी मेहनत करनी पड़ सकती है।

देश में आईआईटी में दाखिलों के लिए जेईई एडवांस, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी और राज्यों के इंजीनियरिंग कालेज में प्रवेश के लिए जेईई मेन, मेडिकल-डेंटल कॉलेज में प्रवेश के लिए नीट और नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी के लिए क्लैट परीक्षा होनी है।


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