पत्रकारों से बातचीत में डीजीपी सिंह ने कहा कि उनका अजमेर-भीलवाड़ा का दौरा भी कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारियों और जवानों की हौसला अफजाई करना है। उनकी समस्याएं सुनना है ताकि समय पर समाधान किया जा सके। उन्होंने कहा कि पुलिस की ओर से कोशिश करके जवानों को मास्क उपलब्ध करवाए गए हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस अधिकारियों की ओर से कफ्र्यूग्रस्त क्षेत्र में तैनात जवानों को सावधानियां बरतने की नसीहतें दी जाती है, ताकि वे भी ड्यूटी में अपना खयाल रख सके। उन्होंने कहा कि यह मेडिकल आपात है, इसमें बल प्रयोग करना उचित नहीं है। पुलिस के जवानों को पहले समझाइश का प्रयास करने की निर्देश दिए हंै जरूरत पडऩे पर ही डंडा उठाया जाता है।
थम चुका है पलायन
डीजीपी सिंह ने कहा कि दो दिन पहले शुरू हुए पलायन की स्थिति अब देशभर में थम चुकी है। अब जो जहां है उसको वहीं ठहरने की सलाह देते हुए जिले की बॉर्डर सील कर दी गई है, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि देशभर में मजदूरी पेशा लोग लॉकडाउन में फंसने के बाद अपने घरों की ओर चलने से हालात बिगड़े। लेकिन अब हालात सामान्य हो चुके है। उनके लिए जगह-जगह स्वास्थ्य जांच और भोजन-पानी की व्यवस्था की गई है।
थम चुका है पलायन
डीजीपी सिंह ने कहा कि दो दिन पहले शुरू हुए पलायन की स्थिति अब देशभर में थम चुकी है। अब जो जहां है उसको वहीं ठहरने की सलाह देते हुए जिले की बॉर्डर सील कर दी गई है, ताकि संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। उन्होंने कहा कि देशभर में मजदूरी पेशा लोग लॉकडाउन में फंसने के बाद अपने घरों की ओर चलने से हालात बिगड़े। लेकिन अब हालात सामान्य हो चुके है। उनके लिए जगह-जगह स्वास्थ्य जांच और भोजन-पानी की व्यवस्था की गई है।