
अमित काकड़ा
अजमेर. इंदिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना में जिले के छोटे काम-धंधे वालों को आसानी ने ऋण नहीं मिल रहा है। बैंकों की ढिलाई के कारण सरकार की इस फ्लैगशिप योजना की गति थम गई है। बीते 14 महीनों में जिले में करीब 24 सौ लोगों को ही ऋण मिल सका है। जबकि करीब 18 हजार लोगों ने आवेदन किया है।पथ विक्रेता, बेरोगजार युवाओं को मिलना था लाभ
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट घोषणा 2021-22 में इन्दिरा गांधी शहरी क्रेडिट कार्ड योजना प्रारम्भ की थी। प्रदेश में शहरी क्षेत्र के पथ विक्रेताओं, असंगठित सेवा क्षेत्र के युवाओं तथा बेरोजगारों को योजना के तहत 5 लाख व्यक्तियों को 50 हजार रुपए का ब्याज मुक्त ऋण मुहैया कराना था।4700 आवेदन निरस्त
अजमेर, ब्यावर, किशनगढ़, केकड़ी, सरवाड़, नसीराबाद, बिजयनगर, पुष्कर में करीब 18 हजार लोगों ने आवेदन किए थे। करीब 4700 आवेदन बैंकों की ओर से रिजेक्ट कर दिए। इनमें से सिर्फ 2392 आवेदकों को 6 करोड़ 53 लाख रुपए की राशि जारी की गई।तीन अंकों तक भी नहीं पहुंचा आंकड़ा
जिले में पुष्कर, नसीराबाद, सरवाड़, केकड़ी ऐसे निकाय हैं जहां ऋणियों का आंकड़ा सैंकड़े तक भी नहीं पहुंचा है। किशनगढ़ में करीब 2768 में से केवल 183 लोगों को ही लोन जारी किया गया।पांच फीसदी को भी नहीं मिला लोन
कई बैंक ऐसे हैं जिनके ऋणियों की तादाद सौ तक भी नहीं पहुंची है। इनमें बड़ी संख्या में आवेदन लंबित हैं। यूनियन बैंक ने 828 में से 89, केनरा बैंक ने 706 में 43, सेन्ट्रल बैंक 378 में से 12, इंडियन बैंक 431 में से 13, एचडीएफसी 147 में 15 व बड़ौदा राजस्थान ग्रामीण बैंक में 418 में से 52 लोगों को ही लोन दिया है। इनमें से सेन्ट्रल बैंक और इंडियन बैंक का लोन प्रतिशत तो मात्र 3 तीन ही रहा है।तीन बैंकों के ही ऋण सौ के पार
जिले के तीन बैंकों में ही लोन की संख्या सौ के पार गई है। जिले के अग्रणी बैंक बीओबी में 5166 आवेदनों में से 764, एसबीआई में 4829 में से 694 और पीएनबी में 657 में से 431 लोगों को लोन दिया गया है। इनमें पीएनबी का प्रतिशत सबसे अच्छा 65.60 है। बीओबी और एसबीआई का प्रतिशत क्रमश:14.78 व 14.37 है।ऋण की यह पात्रता
राजस्थान का स्थायी निवासी, जिसकी कुल व्यक्तिगत मासिक आय 15000 तथा पारिवारिक मासिक आय 50,000 से कम हो। बेरोजगारी भत्ता प्राप्त नहीं करने वाले जिला रोजगार केन्द्र में पंजीकृत शहरी बेरोजगार युवा। वेंडर्स विक्रय प्रमाण पत्र व पहचान पत्र धारी स्ट्रीट वेण्डर्स। निकाय द्वारा एलओआर जारी किए गए सर्वे से वंचित स्ट्रीट वेण्डर्स। पेरी-अर्बन क्षेत्र में कार्यरत जिन्हें निकाय द्वारा सिफारिश पत्र जारी किया गया हो। असंगठित सेवा क्षेत्र के कामगार हेयर ड्रेसर, रिक्षा चालक, कुम्हार, खाती, मोची, मिस्त्री, दर्जी, धोबी, प्लंबर, चाय वाले, चाट वाले आदि जिला कलक्टर द्वारा चिन्हित अन्य व्यवसायों में कार्यरत लोग।-----------
बड़ी संख्या में आवेदन पेंडिंग है। आवेदनों का एनालिसिस करके बैंकों को निर्देश जारी किए जाएंगे।आर पी अरोड़ा, जिला अग्रणी बैंक प्रबंधक
कहां कितने आवेदक- लाभार्थी
अजमेर 8840 1381
ब्यावर 934 412
किशनगढ़ 2768 183
केकड़ी 643 67
सरवाड़ 653 68
नसीराबाद 640 65
बिजयनगर 934 157
पुष्कर 584 59
Published on:
11 Dec 2022 09:47 pm
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