उद्यान में हुए यह निर्माण नगर वन उद्यान पाथ-वे बनाया गया है। पहाड़ों से बहकर आने वाले पानी के संग्रहण के लिए पाल और नालों पर एनिकट बनाए गए हैं। बच्चों के लिए झूले भी लगाए गए हैं। इसके अलावा तीन वॉच टावर बनाए गए हैं। यहां से अरावली की पहाडिय़ों और उद्यान की खूबसूरती को निहारा जा सकता है। बीते साल विधानसभा चुनाव और हाल में लोकसभा चुनाव आचार संहिता के चलते उद्यान का उद्घाटन नहीं हो पाया था। चुनाव हो चुके हैं। अब लोगों को उद्यान खुलने का इंतजार है।
घूम सकेंगे मखमली घास में
वन उद्यान में पौधे और हरी घास लगाई गई है। यहां लोग सैर-सपाटा कर सकेंगे। परिसर में 1 हजार से ज्यादा पौधे लगाए गए हैं। इनमें नीम, पीपल, बरगद, अमलताश, गुलमोहर और अन्य पौधे शामिल हैं। पेड़-पौधों और घास के लिए बोरिंग से पानी का इंतजाम किया गया है।
वन उद्यान में पौधे और हरी घास लगाई गई है। यहां लोग सैर-सपाटा कर सकेंगे। परिसर में 1 हजार से ज्यादा पौधे लगाए गए हैं। इनमें नीम, पीपल, बरगद, अमलताश, गुलमोहर और अन्य पौधे शामिल हैं। पेड़-पौधों और घास के लिए बोरिंग से पानी का इंतजाम किया गया है।
क्षेत्र में कई वन्य जीव
नगर वन उद्यान क्षेत्र में कई वन्य जीव भी मौजूद हैं। वन विभाग के कार्मिकों के अनुसार यहां खरगोश, जरख, सेवली, हिरण और अन्य जीव-जंतु दिखते रहते हैं। इसके अलावा क्षेत्र के बड़े पेड़ों पर तोता, मैना, कोयल और अन्य पक्षी भी बहुतायत में हैं। विभाग ने पक्षियों के लिए पेड़ों पर पानी के कुंडे भी लगाए हैं। हालांकि कई लोग यहां सुबह-सुबह सैर को आने भी लगे हैं।
नगर वन उद्यान क्षेत्र में कई वन्य जीव भी मौजूद हैं। वन विभाग के कार्मिकों के अनुसार यहां खरगोश, जरख, सेवली, हिरण और अन्य जीव-जंतु दिखते रहते हैं। इसके अलावा क्षेत्र के बड़े पेड़ों पर तोता, मैना, कोयल और अन्य पक्षी भी बहुतायत में हैं। विभाग ने पक्षियों के लिए पेड़ों पर पानी के कुंडे भी लगाए हैं। हालांकि कई लोग यहां सुबह-सुबह सैर को आने भी लगे हैं।