
ब्यावर के नन्दनगर में शादी समारोह के दौरान गैस सिलेंडर फटने से भरभरा कर गिरे भवन के मलबे में से एक-एक कर शवों को बाहर निकालने का काम लगातार चल रहा है। शुक्रवार शाम हुए इस दर्दनाक हादसे में अब तक 9 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। इनमें तीन बच्चे व तीन महिलाएं शामिल हैं।

अभी भी शादी समारोह में शामिल करीब 15 जने लापता बताए जा रहे हैं। इनके भी मलबे में दबे होने की आशंका है। हादसा शुक्रवार शाम 6 बजे उस वक्त हुआ जब कुमावत पंचायत भवन में हेमंत पाटलेचा के विवाह में मायरे की रस्म चल रही थी।

हादसे के बाद करीब 26 घंटे से लगातार राहत व बचाव कार्य चल रहे हैं। इसके बावजूद अभी तक भवन का सारा मलबा नहीं हटाया जा सका है। बचाव व राहत कार्य देरी से शुरू करने और लम्बा खिंचने पर प्रशासन को लोगों के गुस्से का भी सामना करना पड़ा।

सूचना मिलने के बाद जिला कलक्टर गौरव गोयल व पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र सिंह सहित तमाम प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए।

फिलहाल प्रशासनिक अमले ने ब्यावर में ही डेरा डाल रखा है। राहत व बचाव कार्य के दौरान संभागीय आयुक्त हनुमान सहाय मीणा, आईजी मालिनी अग्रवाल, सीएमएचओ डॉ. के. के. सोनी सहित अन्य अधिकारियों ने ब्यावर में डेरा डाले रखा।

राहत व बचाव दल की ओर से मलबा हटाने के लिए भवन की छत को तोडक़र नीचे गिरा दिया गया। इसके बाद मलबे को जेसीबी से डम्पर व टैक्ट्रर-ट्रॉली के जरिए बाहर भिजवाया गया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस लवाजमा तैनात रहा। राहत व बचाव कार्य में समाजसेवी संगठन के पदाधिकारी सहित जनप्रतिनिधि मौके पर व्यवस्था में सहयोग करते रहे।
