
fake aspiranst arrest
अजमेर.
सीआरपीएफ (crpf) और असम राइफल्स (assam rifle) में कांस्टेबल भर्ती (caonstable recruitment) की शारीरिक दक्षता परीक्षा दौरान अजमेर में चार फर्जी अभ्यर्थी (fake aspirants) धरे गए। चारों लिखित परीक्षा में पास हो गए थे, लेकिन बायोमेट्रिक अटेंडेंस (biometric attendence) और फोटो मिलान में उनकी चतुराई धरी रह गई। सीआरपीएफ ग्रुप केंद्र प्रथम ने अलवर गेट और ग्रुप केंद्र द्वितीय ने गंज थाना पुलिस में इनके खिलाफ मामले दर्ज (FIR) कराए हैं।
केस-1
अजमेर के सीआरपीएफ ग्रुप केंद्र प्रथम असम राइफल्स और सीआरपीएफ की कांस्टेबल भर्ती के अंतर्गत शारीरिक दक्षता परीक्षा (Physical test)चल रही है। परीक्षा में कोटपूतली (kotputli)और अलवर (alwar) निवासी महेश गुर्जर और आलेख शुक्रवार को परीक्षा देने पहुंचे थे। दोनों ने मार्च में कोटा और बनारस में कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा (written exam) उत्तीर्ण की थी। इन्हें शारीरिक दक्षता परीक्षा के लिए अजमेर (ajmer) का सीआरपीएफ केंद्र (crpf group center-1) आवंटित किया गया। यहां बायोमेट्रिक अटेंडेंस और फोटो में दोनों के साक्ष्यों का मिलान नहीं हो पाया। अलवर गेट थाना प्रभारी मुकेश चौधरी ने बताया कि दोनों अभ्यर्थियों के खिलाफ सीआरपीएफअधिकारियों ने शिकायत दी। इसके आधार पर इन्हें गिरफ्तार (arrest) किया गया है।
तीन दिन के रिमांड पर
थाना प्रभारी ने बताया कि पुलिस ने महेश और आलेख को शनिवार को अदालत (court)में पेश किया। अदालत ने दोनों को दिन के रिमांड पर सौंपा है। दोनों से गहन पूछताछ (investigation) जारी है। परीक्षा पास कराने वाले गिरोह, दलाल और अन्य व्यक्तियों के बारे में छानबीन की जा रही है। परीक्षा में किस-किस स्तर पर फर्जीवाड़ा हुआ इसकी भी पड़ताल की जाएगी।
केस-2
सीआरपीएफ ग्रुप केंद्र द्वितीय में भी शारीरिक दक्षता परीक्षा में दो अन्य फर्जी अभ्यर्थियों को शनिवार को गंज थाना पुलिस ने गिरफ्तार (culprits arrest) किया। गंज थाना प्रभारी जयसिंह ने बताया कि भरतपुर निवासी घनश्याम और वीरेंद्र के स्थान पर दो अन्य व्यक्तियों ने मार्च में लिखित परीक्षा (written exam) दी थी। यह शारीरिक दक्षता देने अजमेर पहुंचे थे। दोनों लिखित परीक्षा और बायोमेट्रिक अटेंडेंस (bio maetric attendence) में पास भी हो गए। शारीरिक दक्षता परीक्षा के दौरान इनकी बायोमेट्रिक अटेंडेंस और फोटो (photo) मिलान नहीं हो पाया। इसमें दोनों फंस गए। इनके खिलाफ सीआरपीएफ अधिकारियों ने शिकायत दी है। दोनों को गिरफ्तार कर अदालत (court) में पेश किया। अदालत ने इन्हें तीन दिन के रिमांड पर सौंपा है।
नहीं रुक पा रहा फर्जीवाड़ा
देश भर में पुलिस, बैंक, एससीसी और अन्य प्रतियोगी परीक्षा में फर्जी परीक्षार्थियों (fake examination) के बैठने के किस्से सामने लगातार आ रहे हैं। भर्ती एजेंसियों के चाक-चौबंद व्यवस्थाओं के बावजूद फर्जीवाड़े जारी हैं। गिरोह (gang) और दलाल अभ्यर्थियों (aspirants) से लाखों रुपए वसूली कर उनकी जगह दूसरे अभ्यर्थियों को परीक्षा में बिठाने से नहीं चूक रहे। ऑनलाइन परीक्षा में कंप्यूटर हैक (computer hack) कर पेपर हल करने, शर्ट (shirt), कान में सूक्ष्म ब्लू टूथ (blue tooth) का इस्तेमाल करने जैसे मामले सामने आ चुके हैं। अजमेर में भी ऑनलाइन कांस्टेबल भर्ती परीक्षा के दौरान पिछले साल फर्जीवाड़ा हो चुका है। इससे पहले कनिष्ठि लिपिक भर्ती में वकील, कर्मचारी और तत्कालीन सेशन जज की लिप्तता सामने आ चुकी है।
सवाल मांगते जवाब
लिखित परीक्षा में बायोमेट्रिक अटेंडेंस कैसे लग गई दूसरे की
-फार्म में लगे फोटो का क्यों नहीं किया मिलान
-फर्जी और मूल अभ्यर्थियों के हस्ताक्षरों का मिलान क्यों नहीं
Published on:
24 Aug 2019 08:52 pm
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