28 दिसंबर 2025,

रविवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

जून तक आएगी एडमिशन पॉलिसी, पॉलीटेक्निक कॉलेज में होंगे प्रवेश

राजस्थान के पॉलीटेक्निक कॉलेज देश के अन्य राज्यों के पॉलीटेक्निक कॉलेज से नए कोर्स के मामले में काफी पीछे हैं।

2 min read
Google source verification
polytechnic college admission

polytechnic college admission

राज्य के सरकारी और निजी पॉलीटेक्निक कॉलेज की प्रवेश नीति जल्द बननी शुरू होगी। इसके आधार पर सत्र 2018-19 में दाखिले होंगे। संभवत: मई अंत या जून के पहले पखवाड़े में इसे जारी किया जाएगा।

राज्य में सरकारी और निजी पॉलेटेक्निक कॉलेज में डिप्लोमा इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम की करीब 49 हजार 921 सीट हैं। इनमें सरकारी कॉलेज में 4 हजाप 566 और निजी कॉलेज में 45 हजार 355 सीट हैं। विभिन्न कॉलेज के पाठ्यक्रमों में विद्यार्थी प्रवेश लेते हैं। प्राविधिक शिक्षा मंडल जोधपुर प्रवेश कार्यक्रम जल्द बनाना शुरू करेगा। इसके लिए तकनीकी शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक भी होगी।

सीबीएसई और राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के बारहवीं और दसवीं के परिणाम मई-जून में जारी होंगे। ऐसे में मंडल समय रहते प्रवेश कार्यक्रम और नीति तैयार करेगा।फिर भी नहीं भरती सीट....साल 2016 में अगस्त तक पॉलीटेक्निक सहित इंजीनियरिंग कॉलेज में दाखिलों के हाल बहुत बुरे थे।

पूरे राज्य में 82 हजार से ज्यादा सीट रिक्त थी। इंजीनियरिंग कॉलेज में तो केंद्रीयकृत व्यवस्था के बावजूद दाखिलों में विद्यार्थियों ने खास रुझान नहीं दिखाया था। पिछले साल समय पर प्रवेश कार्यक्रम जारी हुए पर इंजीनियरिंग और पॉलीटेक्निक कॉलेज में फिर भी शत-प्रतिशत सीट नहीं भर पाई।

कई कोर्स नहीं हैं प्रदेश में
राजस्थान के पॉलीटेक्निक कॉलेज देश के अन्य राज्यों के पॉलीटेक्निक कॉलेज से नए कोर्स के मामले में काफी पीछे हैं। यहां फिशरीज टेक्नोजी, ग्रीन केमिस्ट्री, पॉलीमर साइंस, प्रोस्थेटिक साइंस, डिप्लोमा इन एविएशन, सर्जिकल टेक्नोलॉजी, बायोकेमिस्ट्री इक्विपमेंट्स और अन्य खास कोर्स नहीं है। यही वजह है कि दक्षिण भारतीय और अन्य राज्यों की तुलना में राजस्थान के स्टूडेंट्स को कम्पनियों में ऊंचे पैकेज कम मिलते हैं। यहां के स्टूडेंट्स अंग्रेजी के कारण भी पिछड़ते हैं। जबकि दूसरे राज्यों के स्टूडेंट्स को राष्ट्रीय और बहुराष्ट्रीय कम्पनियों में काफी अच्छे पैकेज मिल जाते हैं।

संस्थानों में संसाधन कम
संसाधनों के मामलों में भी राजस्थान के कई पॉलीटेक्निक कॉलेज पिछड़े हैं। कई निजी कॉलेज में पर्याप्त टीचर, प्रयोगशाला में उपकरण, लाइब्रेरी में किताबें नहीं हैं। सरकारी कॉलेज भी काफी पीछे हैं। यहां भी हाइटेक लेब और टीचर्स की कमी बनी हुई है।


इन पाठयक्रमों में प्रवेश

सिविल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स, इंस्ट्रूमेंटेशन, प्रिंट टेक्नाोलॉजी, कम्प्यूटर, फैशन डिजाइनिंग, कॉस्मेटिक्स एन्ड ब्यूटी और अन्य