पीडि़ता ने शिकायत में बताया कि उसने 29 फरवरी को केकड़ी थाने में मोहन मीणा, प्रकाश साहू, सुरेन्द्र पंडित, चालक रोनक साहू के खिलाफ अपहरण, बंधक बनाने, धर्म परिवर्तन कराने, सामूहिक बलात्कार करने का मुकदमा दर्ज कराया। केकड़ी पुलिस उप अधीक्षक ने मेडिकल करवाने के पश्चात उसका 6 मार्च को न्यायिक अधिकारी के सामने बयान दर्ज करवाए। उसने मजिस्ट्रेट के समक्ष हुए बयान में उसके साथ घटित घटनाक्रम को बयान कर दिया लेकिन प्रकरण में जांच कर रहे पुलिस उप अधीक्षक सरवर खां आरोपियों से मिलीभगत कर उसके वीडियो का हवाला देकर ब्लैकमेल करते हुए आरोपियों से राजीनामा करने का दबाव बना रहे है। पीडि़ता ने प्रकरण में अनुसंधान किसी अन्य उच्चाधिकारी से कराने की मांग की।
यह है मामला
पीडि़ता ने शिकायत में बताया कि आरोपियों ने उसे 21 जनवरी को मोहन मीणा, प्रकाश साहू व रोहन साहू ने अगवा किया था। इसके बाद आरोपी ने कार में उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। फिर उसे भीलवाड़ा ले गए जहां पर दूसरी कार में सुरेन्द्र पंडित के साथ प्रकाश साहू पहले गंगरार, डूंगरपुर और फिर चित्तौडगढ़़ ले गया। जहां प्रकाश साहू से उसका जबरन धर्म परिवर्तन करवाया। यहां उसको दीपक मेनारिया नामक युवक के घर में बंधक बनाकर रखा और बलात्कार किया गया। उसरो 27 फरवरी को उसके पिता और मामला ने चित्तौडगढ़़ के स्थानीय युवकों की मदद से छुड़ाया। पीडि़ता ने बताया कि उसके पिता ने केकड़ी थाने में गुमशुदगी दर्ज करवा रखी थी। पुलिस गुमशुदगी रिपोर्ट को आधार बनाकर उस पर राजीनामे का दबाव बना रही है।
पीडि़ता ने शिकायत में बताया कि आरोपियों ने उसे 21 जनवरी को मोहन मीणा, प्रकाश साहू व रोहन साहू ने अगवा किया था। इसके बाद आरोपी ने कार में उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। फिर उसे भीलवाड़ा ले गए जहां पर दूसरी कार में सुरेन्द्र पंडित के साथ प्रकाश साहू पहले गंगरार, डूंगरपुर और फिर चित्तौडगढ़़ ले गया। जहां प्रकाश साहू से उसका जबरन धर्म परिवर्तन करवाया। यहां उसको दीपक मेनारिया नामक युवक के घर में बंधक बनाकर रखा और बलात्कार किया गया। उसरो 27 फरवरी को उसके पिता और मामला ने चित्तौडगढ़़ के स्थानीय युवकों की मदद से छुड़ाया। पीडि़ता ने बताया कि उसके पिता ने केकड़ी थाने में गुमशुदगी दर्ज करवा रखी थी। पुलिस गुमशुदगी रिपोर्ट को आधार बनाकर उस पर राजीनामे का दबाव बना रही है।