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भूपेन्द्र सिंह
अजमेर.जनसेवा के लिए निर्वाचित हुए ‘ग्रामीण सरकार’ के जनप्रतिनिधि Public representatives जनता की कितनी सेवा कर रहे हैं इसका पता लगाया जाना तो मुश्किल है लेकिन अपने अधिकारियों से परे जाकर पद का दुरुपयोगmisusing the post व वित्तीय अनियमितता के लिए कुछ जनप्रतिनिधि जरूर चर्चा में हैं। कभी ऊंची दरों पर खरीद कर सोलर लाइटें लगाने,सरकारी जमीन का पट्टा देने के गंभीर मामले भी सामने आए हैं। नरेगा में जेसीबी चलाने,निर्माण कार्यों में गड़बड़ी आरोप लगना सामान्य सी बात हो गई है। जिले में वर्ष 2019 तक 29 सरपंचों sarpanch के खिलाफ पद का दुरुपयोग कर अनियमितता करने के प्रकरण दर्ज हुए हैं। 24 के खिलाफ अनियमितता तथा 4 के खिलाफ पद के दुरुपयोग का मामला सामने आया। जबकि सरवाड़ के पूर्व सरपंच सुरेन्द्र सिंह राठौड़ के खिलाफ वित्तीय अनियमितता का मामला दर्ज हुआ। पद का दुरुपयोग कर अनियमितता का मामला विधानसभा में भी उठ चुका है।
पद का दुरुपयोग
टाडगढ़ की पूर्व सरपंच रेखा राठौड़ के खिलाफ पद का दुरुपयोग का मामला दर्ज है। नरवर की पूर्व सरपंच सोनू रावत,रामनेर की ढाणी के पूर्व सरपंचत बलवीर सिंह, खोरी की पूर्व सरपंच पिंकी के खिलाफ पद के दुरुपयोग का मामला दर्ज हुआ।
अनियमितता के मामले
ग्रामं पंचायत कायमपुरा के पूर्व सरपंच रोजादीन, पिंकी पूर्व सरपंच खोरी,पन्नालाल जाट पूर्व सरपंच जेठाना, रामचन्द्र कुमावत पूर्व सरपंच पींसागन,बीरमलाल पूर्व सरपंच देवनगर,महेन्द्र सिंह पूर्व सरपंच कड़ैल,अनीता मेघवाल पूर्व सरपंच गनाहेड़ा,ओम सिंह पूर्व सरपंच भवानीखेड़ा,हंसराज गुर्जर पूर्व सरपंच बडली,भगवानदास लखन पूर्व सरपंच रूपनगढ़,सुशीला देवी पूर्व सरपंच जालिया द्वितीय,आशाराम वैष्णव पूर्व सरपंच कादेड़ा,कालूराम मीणा पूर्व सरपंच घटियाली,गिरधर गोपाल भींचर पूर्व सरपंच सराना,मांगू सिंह पूर्व सरपंच लामाना,तेजसिंह रावत पूर्व सरपंच राजोसी, विष्णु देवीपूर्व सरपंच लीडी,सीमा रावत पूर्व सरपंच भगवानपुरा,पन्नालाल जाट पूर्व सरपंच जेठाना,लालादेवी पूर्व सरपंच गोविंदगढ़,किशनलाल पूर्व सरपंच हरमाड़ा,रामधन पूर्व सरपंच मेवदाकला, फतहचंद महात्मा पूर्व सरपंच देवेलियाकला, पिंकी पूर्व सरपंच खोरी तथा रेखा नायक पूर्व सरपंच ग्राम पंचायत हिगोनिया।
सोलर लाइट खरीद में 51 लाख की धांधली
जनवरी 2014 से जून तक बाजार से ऊंची दरों पर खरीद कर जिले में 7 हजार 866 सोलर लाइटें स्थापित की गईं। खरीदी सोलर लाइटों की खरीद में अजमेर की 108 ग्राम पंचायतों के 108 जनप्रतिनिधियों को दोषी पाया गया। ऊंची दरों पर हुई खरीद की जाचं हुई तो जिले की 282 में से 108 ग्राम पंचायतों में अनियमितता सामने आई। लाइटों की खरीद पर 51 लाख 47 हजार 408 रुपए अधिक खर्च कर भुगतान भी उठा लिया गया। करीब 9 रुपए की वसूली पूर्व सरपंचों से 6 साल बाद भी नहीं हो सकी। पूर्व सरंपचों के खिलाफ पंचयातीराज अधिनियम की धारा 38 तक कार्यवाही के मामले संभागीय आयुक्त को भेजा गया है।
यहां सरकारी जमीन बेचने के मामले
शहर की निकटवती माकड़वाली ग्राम पंचायत में दो-तीन वर्ष पूर्व एडीए भूमि के पट्टे ग्राम पंचायत द्वारा जारी किए जाने का मामला सामने आया था। जिला परिषद ने मामले की जांच कर करोड़ों का जुर्माना लगाया लेकिन बाद में मामला रफादफा कर दिया। माकड़वाली की तरह ही मामला नारेली में मामला सामने आने पर ग्रामीण भ्रष्टाचार निरोधक कार्यालय पहुंचे तथा शिकायत दर्ज करवाई। ब्यूरो ने नारेली ग्राम पंचायत का रिकॉर्ड भी जब्त किया था। देवनगर सरपंच के खिलाफ सरकारी भूमि को पट्टा देने के मामले में कार्रवाई हो चुकी है ,वर्तमान में भी मामला विचाराधीन है।
Published on:
03 Aug 2020 08:03 am
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