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अजमेर. पुष्कर सरोवर में गंदे पानी की आवक रोकने के लिए अजमेर विकास प्राधिकरण की ओर से पुष्कर में ठप पड़े 3.5 एमएलडी सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) का निर्माण पूरा करने के लिए नए सिरे से रिस्क एंड कॉस्ट पर निर्माण पूरा करने के लिए टेंडर जारी कर दिया है। इस पर 7 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे। दो पम्पिंग स्टेशन भी बनाए जाएंगे। ठेकेदार फर्म ने काम शुरु कर दिया है। इसे 9 महीनें में पूरा करना होगा। एसटीपी प्लांट के संचालन पर बिजली के खर्च में कमी लाई जाएगी। पुष्कर सरोवर में जेएनएनयूआरएम परियोजना के तहत एसटीपी का निर्माण किया जा रहा है।
इलेक्ट्रोमैकेनिकल व सिविल का कार्य शेष
एसटीपी निर्माण का कार्य 9 मार्च 2015 को शुरु होकर 8 फरवरी 2016 को समाप्त होना था लेकिन तीन साल बाद भी काम अधूरा पड़ा है। काम अधूरा छोडऩे पर एडीए ने ठेकेदार पर जुर्माना लगाया है। एग्रीेमेंट के अनुसार अन्य कार्यवाई भी प्रस्तावित है। एडीए के अनुसार एसटीपी निर्माण का सिविल कार्य 80 फीसदी पूरा हो चुका है इलेक्ट्रोमैकेनिकल का कार्य शेष है। वर्तमान में पुष्कर क्षेत्र में सीवेज का पानी पीएचडी द्वारा निर्मित ऑक्सीपांड से शुद्धिकरण के बाद छोड़ा जाता है।
पहले ही हो चुकी है देरी
जेएनएनयूआरएम परियोजना के तहत 3.5 एमएलडी का एसटीपी निर्माण पूर्व में आनासागर के किनारे बनाए गए 13.5 एमएलडी एसटीपी के साथ ही होना था लेकिन राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा दी गई एनओसी में ट्रीटेड आउटलेट पैरामीटर बीओडी की मात्रा 30 एमजी प्रति लीटर से अधिक होने के कारण उस संवेदक से पूर्व कार्यादेश को निरस्त कर पुन: निविदा आमंत्रित की गई।
13 लाख का लगा जुर्माना
एसटीपी का निर्माण कर रही पुरानी ठेकेदार कम्पनी ने 2019 में ही निर्माण कार्य से हाथ खड़ कर दिए। प्राधिकरण ने ठेकेदार पर 13 लाख 77 हजार रुपए का जुर्माना लगाया है लेकिन ठेकेदार फिर से काम करने को तैयार नहीं हुआ है। इसका ठेका दिल्ली की एक कम्पनी को 8 करोड़ 51 लाख 22 हजार में दिया गया था। एडीए ने ठेकेदार को 1 करोड़ 37 लाख 75 लाख रुपए का भुगतान किया था।
Published on:
19 Aug 2021 08:34 pm
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