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अजमेर स्मार्ट सिटी नहीं बन पाया, यहां के नेता और अधिकारी जरूर स्मार्ट बन गए

Rajasthan Assembly Election 2023: पुष्कर से मैं अरावली की गोद में बैठे अजमेर पहुंचा। अंग्रेजों के राज में कहा जाता था, जिसका अजमेर पर राज, वही भारत पर राज करता है। यह कथन शहर के सामरिक और ऐतिहासिक महत्व को दर्शाने के लिए काफी है।

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रमेश शर्मा
अजमेर। Rajasthan Assembly Election 2023: पुष्कर से मैं अरावली की गोद में बैठे अजमेर पहुंचा। अंग्रेजों के राज में कहा जाता था, जिसका अजमेर पर राज, वही भारत पर राज करता है। यह कथन शहर के सामरिक और ऐतिहासिक महत्व को दर्शाने के लिए काफी है। इसी वजह से अजमेर राजस्थान की राजधानी बनने की दौड़ में रहा, लेकिन पिछड़ गया।ख्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगार, जैन मंदिर, अढ़ाई दिन का झौपड़ा जैसी ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत से पर्यटकों को खींचने वाला यह शहर अनेक दुश्वारियों से दो-चार होता दिखता है। सिटी को स्मार्ट बनाने की जद्दोजहद में पैदा हुई समस्याएं अजमेरवासियों के सब्र का इम्तिहान लेती प्रतीत होती हैं।

लोग कहते हैं, स्मार्ट सिटी का काम मात्र बारह वार्डों तक ही सीमित है। परकोटा अतिक्रमण की भेंट चढ़ चुका है। आनासागर झील के अस्तित्व को अतिक्रमण ने खंडित कर दिया। पंचशील और चौरसियावास तालाब में पानी की आवक के रास्ते बंद कर दिए। अजमेर उत्तर और दक्षिण में नगरीय परिवहन की व्यवस्था खस्ताहाल है। हरिभाऊ उपाध्याय नगर निवासी राजेश गर्ग बोले, रात आठ बजे बाद पब्लिक ट्रांसपोर्ट नहीं मिलता। सब्जी विक्रेता शंकर रावत कहते हैं कभी 72 तो कभी 96 घंटे में जलापूर्ति होती है। पुष्कर रोड निवासी हार्दिक शर्मा ने बताया कि अजमेर उत्तर में इंजीनियिरिंग और पॉलिटेक्निक कॉलेज खुलने का इंतजार है। राहुल गर्ग ने तल्खी से कहा, स्मार्टसिटी में सिर्फ नेता और अधिकारी स्मार्ट बने हैं। अजमेर स्मार्ट नहीं बन पाया है। सीवरेज की समस्या से शहर परेशान है। अकबर हुसैन ने बताया कि दरगाह का विकास नहीं हुआ है।

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नागफणी निवासी बुजुर्ग तोता बाई इस बात से खुश थी उनके खाते में पेंशन के हजार रुपए आए हैं। वहीं सीता देवी बोली, सरकार ने इतने कार्ड बना दिए कि हम अनपढ़ समझ ही नहीं पाते कि कौनसा कार्ड किस काम आएगा। देवीलाल ने कहा, मेरा एक पंखा और दो लाइटें हैं, जिसमें ढाई हजार का बिल आ गया। बिल कम करने की बात झूठी है। रवि प्रजापत ने कहा, सरकार योजनाएं तो अच्छी लाई है। एलिवेटेड रोड के नाम पर अजमेर को आधुनिक शहरों की कतार में खड़ा करने के ख्वाब दिखाए गए। जब धरातल पर आया तो इसने समस्याएं बढ़ा दी। महावीर सर्किल, पुरानी आरपीएससी और मार्टिंडल ब्रिज पर जाम की समस्या बढ़ गई है। जादूगर बस्ती के मनोज चौहान ने दर्द बयां किया कि नगरा गुर्जर धरती सहित कई बस्तियों में बारिश के दौरान पानी भरा रहने से स्कूलों की छुट्टी करनी पड़ती है। राहगीर सतीश ने बताया, मेयो कॉलेज के पीछे धोलाभाटा को कनेक्ट करने वाली सडक़ बारिश में गायब हो जाती हैं। ऑटो चालक वेदरत्न सत्यावना ने कहा, नौ नम्बर पेट्रोल पम्प पर ट्रैफिक बढऩे की समस्या दुर्घटनाओं का कारण बन रही है।

परबतपुरा बाइपास इंडस्ट्रीयल एरिया में हितेश ज्ञानेन्द्र बोले, बारिश में जलभराव स्थाई समस्या है। आदर्शनगर विज्ञान नगर निवासी निर्मल ने कहा, क्षेत्र के लोग फाटक से परेशान हैं, डेढ़-दो घंटे जाम लगना तो आए दिन की समस्या है। टैम्पो चालक सलीम खान ने एक ही सांस में समस्याओं का अम्बार लगा दिया। पुल का काम वर्षो से अधूरा है। अंडर पास नहीं बन रहा। लोग जान जोखिम में डालकर रेलवे लाइन पार कर रहे हैं। सुभाष नगर चुंगी के पास आए दिन वाहन पलटते हैं। चन्द्रबरदाई नगर खेल मैदान के बाहर प्रताप सिंह ने बताया कि स्टेडियम अच्छा बना है।

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