यह बात राम मंदिर निर्माण ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष राष्ट्रीय संत गोविन्द देव गिरी ने शुक्रवार पत्रिका से विशेष बातचीत में कही। गिरी पुष्कर के ब्रह्मा सावित्री वेद विद्यापीठ के संस्थापक हैं तथा महाशिवरात्रि पर्व के अवसर पर प्रवचन देने के लिए पुष्कर आए हुए थे। वार्ता के दौरान मंदिर निर्माण को लेकर तारीख को लेकर पूछे जाने पर गिरी ने कहा कि कोर्ट के आदेश के बाद मंदिर निर्माण ट्रस्ट की 19 फरवरी को हुई बैठक में मंदिर निर्माण की एक छोटी समिति बनाई है। इस समिति को विशेषज्ञों की राय के अनुसार यथा योग्य रीति से मंदिर निर्माण करने की तारीख तय करने, मंदिर निर्माण के लिए की जाने वाली तैयारियों की समग्र रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हंै। पंद्रह दिन के भीतर इस मंदिर निर्माण समिति की दूसरी बैठक अयोध्या में ही होगी। इसके बाद भूमि पूजन की तारीख घोषित होगी। लेकिन संभवत: दो-तीन माह में मंदिर निर्माण का काम शुरू हो जाने की उम्मीद है।
सभी बिंदुओं पर होगा चिंतन रामनवमी को राम मंदिर निर्माण शुरू करने के प्रश्न पर गोविन्द देव गिरी ने कहा कि पूर्व में प्रयागराज के मेले में संतों ने राम मंदिर निर्माण का शिलान्यास राम नवमी तथा अक्षय तृतीया को करने की बात कही थी, उस प्रस्ताव पर भी विचार किया जा रहा है। लेकिन मंदिर निर्माण के लिए धरातल पर सभी बिंदुओं का व्यावहारिक स्तर पर चिंतन किया जाएगा।
कोई मतांतर नहीं
मंदिर निर्माण ट्रस्ट में भागीदारी को लेकर मतांतर के प्रश्न पर गिरी ने कहा कि कोई मतभेद नहीं है। भगवान राम का भव्य मंदिर निश्चित तौर पर बनेगा। जन जन के पालक व आस्था के प्रतीक भगवान राम के मंदिर निर्माण में न्यायालय के निर्देशानुसार सारा कार्य सम्पन्न होगा।