scriptराजस्व मंडल: भू-राजस्व, सिंचाई कर पर कोरोना की ‘कुंडलीÓ ! | Revenue Board: 'Kundli' of Corona on land revenue, irrigation tax | Patrika News

राजस्व मंडल: भू-राजस्व, सिंचाई कर पर कोरोना की ‘कुंडलीÓ !

locationअजमेरPublished: Jul 23, 2021 10:05:49 pm

Submitted by:

bhupendra singh

लगातार दूसरे साल भी प्रभावित हुई राजस्व की वसूली

ajmer

ajmer

अजमेर. कोरोना के कारण जहां एक तरफ आमजन और व्यापारियों के बुरे हाल हैं वहीं दूसरी ओर राजस्व मंडल भी करोड़ों के भू-राजस्व एवं सिंचाई कर की वसूली में पिछड़ गया। हालात यह है कि गत वर्ष जुलाई 2020 से मार्च 2021 तक के निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति नहीं हो सकी। राज्य सरकार भू-राजस्व कर तथा सिंचाई कर की वूसली राजस्व मंडल के जरिए करती है। राजस्व मंडल को इस वर्ष गत वर्ष की बकाया वसूली के साथ ही चालू वित्तीय वर्ष के लक्ष्य भी पूरे करने होंगे। जबकि इस वर्ष भी लगभग तीन माह का समय कोरोना के चलते बर्बाद हो चुका है और वसूली नहीं के बराबर है।
भू-राजस्व कर

वित्तीय वर्ष 2019 में भू-राजस्व के लिए 35499.76 लाख रुपए का लक्ष्य दिया गया था। इसके मुकाबले 32169.02 लाख रुपए ही वसूल हुए। वसूली प्रतिशत 90.62 प्रतिशत रहा। वित्तीय वर्ष 2020-21 के अंतिम 6 माह में भू राजस्व से 282.50 करोड़ रुपए की वसूली होनी थी उसमें से मात्र 78.40 फीसदी के रूप में 221.50 करोड़ रुपए ही वसूल हो सके।
सिंचाई कर

वित्तीय वर्ष 2019-20 में सिंचाई कर के पेटे 2 करोड़ 45 लाख 85 लाख रुपए के लक्ष्य में से मात्र 34.77 फीसदी 85.49 लाख रुपए ही वसूल हुए। वहीं वित्तीय वर्ष 2020-21 के अंतिम 6 माह में लघु सिंचाई कर से 0.40 करोड में से 0.27 करोड़ वसूल हो सके यानी 67.50 प्रतिशत। मध्यम सिंचाई कर भी 72.16 प्रतिशत वसूली के साथ 0.97 करोड़ के लक्ष्य के मुकाबले 0.70 करोड़ वसूले जा सके।
केवल मुख्य सिंचाई कर ही हो सका प्राप्त

गत वर्ष राजस्व मंडल को केवल मुख्य सिंचाई कर में ही लक्ष्य हासिल हो सका था। मुख्य सिंचाई कर से राजस्व मंडल को 0.11 करोड़ की वसूली करनी थी जबकि मंडल ने 0.17 करोड़ की वसूली कर 154.55 प्रतिशत वसूली की।
घटता गया सिंचाई कर

कभी सिंचाई कर के पेटे राजस्व मंडल करोड़ों रूपए की वसूली करता था लेकिन बूंदी, टोंक व धौलपुर जिले में सिंचाई परियोजनाओं को राजस्व मंडल से लेकर सिंचाई विभाग को स्थानांतरित किए जाने से आय सिमट कर डेढ़ करोड़ रूपए तक ही रह गई है।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो