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आरपीएससी के सामने आई मुसीबत, लेना पड़ा फुल कमीशन को ये फैसला

फुल कमीशन ने वरिष्ठ सदस्य डॉ. आर. डी. सैनी को बोर्ड तय करने के लिए अधिकृत किया।

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rpsc face problem for interview

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राजस्थान लोक सेवा आयोग को बुधवार को भी स्थाई अथवा कार्यवाहक अध्यक्ष नहीं मिला। उधर साक्षात्कार को देखते हुए फुल कमीशन ने वरिष्ठ सदस्य डॉ. आर. डी. सैनी को बोर्ड तय करने के लिए अधिकृत किया। नए अध्यक्ष की तैनाती तक सैनी यह प्रक्रिया संभालेंगे।

पूर्व अध्यक्ष डॉ. राधेश्याम गर्ग का कार्यकाल मंगलवार को खत्म हुआ था। सरकार ने स्थाई अथवा कार्यवाहक अध्यक्ष की नियुक्ति को लेकर कोई आदेश नहीं भिजवाए। ऐसे में डॉ. गर्ग ने पद त्याग (रिलेंक्विश) कर जाना पड़ा। बुधवार को आयोग के समक्ष संवैधानिक संकट हो गया। तत्काल फुल कमीशन की बैठक बुलाई गई। आयोग को प्रदत्त शक्तियों के तहत कमीशन ने वरिष्ठ सदस्य डॉ. आर. डी.सैनी को साक्षात्कार बोर्ड तय करने के लिए अधिकृत किया। यह होता रहा है आयोग में

वर्ष 1949 में राजस्थान लोक सेवा आयोग सेवा का गठन किया गया था। इसका कार्य निर्धारण राजस्थान लोक सेवा आयोग नियम एवं शर्तें 1963, राजस्थान लोक सेवा आयोग ( शर्तें एवं प्रक्रिया का मान्यकरण अध्यादेश -1975, नियम-1976) के तहत हुआ है। स्थाई अध्यक्ष का कार्यकाल समाप्त होने पर या तो सरकार तत्काल नए अध्यक्ष की नियुक्ति करती है। ऐसा नहीं होने पर राजभवन के निर्देश पर कार्मिक विभाग किसी वरिष्ठ सदस्य को कार्यभार सौंपने के आदेश जारी करता है।

नए अध्यक्ष का इंतजार
अधिकृत सूत्रों की मानें तो सरकार आयोग के लिए नया अध्यक्ष तलाशने में जुटी है। इसके दावेदारों में कई आईएएस, आईपीएस, सेवानिृवृत्त अधिकारी, कुलपति और संघनिष्ठ का नाम शामिल हैं। लेकिन अंतिम मुहर मुख्यमंत्री के स्तर पर ही लगनी है। इस साल विधानसभा चुनाव होने के कारण सरकार को काफी सोच-समझकर फैसला करना होगा।

सदस्यों के दो पद रिक्त

आयोग में मौजूदा समय डॉ. आर. डी. सैनी, के. आर. बागडिय़ा, राजकुमारी गुर्जर, श्याम सिंह राठौड़ और सुरजीतलाल मीणा सदस्य हैं। एक पद तत्कालीन सदस्य श्याम सुंदर शर्मा के अध्यक्ष बनने के बाद रिक्त हुआ था। दूसरे सदस्य एच. के. खींचड़ का कार्यकाल बीते वर्ष 5 मार्च को ही खत्म हो चुका है। लिहाजा सरकार को दो सदस्यों की नियुक्ति भी करनी है।