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रक्तिम तिवारी/अजमेर.
अभ्यर्थियों की सहूलियत के लिए राजस्थान लोक सेवा आयोग भर्ती जल्द हेल्प डेस्क व्यवस्था शुरू करेगा। इसमें तकनीकी अथवा अन्य कमियों से निरस्त होने योग्य फार्म को रखा जाएगा। अभ्यर्थियों को दस्तावेजों के साथ बुलाकर कमियां बताई जाएंगी। कमियां दुरुस्त होने पर उनके फार्म को फिर से भर्ती परीक्षाओं में शामिल किया जाएगा।
आयोग आरएएस और अधीनस्थ सेवाओं सहित कॉलेज, स्कूल व्याख्याता, तकनीकी शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा और अन्य विभागों की भर्ती परीक्षाएं करता है। प्रत्येक भर्ती परीक्षा से पहले आयोग विज्ञापन जारी कर ऑनलाइन आवेदन मांगता है। मौजूदा ऑनलाइन फार्म व्यवस्था के तहत आयोग अभ्यर्थियों से विस्तृत जानकारियां भरवाता है। इनमें नाम, शैक्षिक डिग्रियों, डाक के पते सहित अभिरुचि, फोन, मोबाइल नंबर और अन्य सूचनाएं शामिल होती हैं।
ये मिलती हैं फार्म में गड़बडिय़ां
अभ्यर्थी ई-मित्र अथवा घर बैठे इंटरनेट से ऑनलाइन फार्म भरते हैं। कई अभ्यर्थी फार्म में पेपर के नाम और कोड गलत भर देते हैं। कई मामलों में उनकी शैक्षिक डिग्री और सर्टिफिकेट फर्जी अथवा मान्यतापूर्ण संस्थान की नहीं मिलती है। कुछ अभ्यर्थी नाम, माता-पिता के नाम की अंग्रेजी में स्पेलिंग, श्रेणी सही नहीं लिखते। कई शैक्षिक दस्तावेज भी अधूरे लगाते हैं। आयोग को प्रत्येक भर्तियों में लाखों आवेदन मिलते हैं। इन बिन्दुओं के आधार आयोग को 150 से 250 आवेदन निरस्त करने पड़ते हैं।
यूं काम करेगी हेल्प डेस्क
आवेदन को तत्काल निरस्त करने के बजाय आयोग अभ्यर्थियों को अवसर देना चाहता है। इसके अन्तर्गत आयोग कार्यालय में हेल्प डेस्क लगाया जाना प्रस्तावित है। हेल्प डेस्क में एक या दो सहायक सचिव और दो-तीन लिपिक को बैठाया जाएगा। इनके पास अभ्यर्थियों के निरस्त होने योग्य फार्म रखवाए जाएंगे। अभ्यर्थियों को फोन अथवा ई-मेल सूचना भेजकर दस्तावेजों के साथ आयोग बुलाया जाएगा। यहां उन्हें वास्तविकता बताई जाएगी।
भर्ती फार्म को बनाएंगे सरल
आयोग भर्तियों के फार्म को दो चरण में भरवाना चाहता है। आंतरिक स्तर पर एक कमेटी योजना बनाने के अलावा कामकाज में जुटी है। प्रस्तावित योजनान्तर्गत भर्तियों के परीक्षा फार्म को सरल बनाया जाएगा। पहले चरण में अभ्यर्थियों के नाम, माता-पिता का नाम, डाक का पता, परीक्षा का नाम, फोन नंबर, ई-मेल और कुछ जरूरी जानकारियां ही भरवाया जाना प्रस्तावित है।
यह होगा आयोग-अभ्यर्थियों को फायदा
-फार्म में छोटी तकनीकी त्रुटियों को तत्काल सुधारना आसान
-पुख्ता तरीके से हो सकेगी शैक्षिक दस्तावेजों की जांच
-अभ्यर्थियों को फार्म में रही गलतियां जानने का मौका
-आवेदन निरस्त अथवा स्वीकार किए जाने से पूर्व सुनवाई
-हाईकोर्ट में आयोग के खिलाफ मुकदमों में कमी
-अभ्यर्थियों को मिलेगी फार्म ढंग से भरने की सीख
तकनीकी त्रुटियों के कारण भर्ती परीक्षाओं में कई फार्म निरस्त होते हैं। इससे अभ्यर्थियों और आयोग दोनों परेशान होते हैं। हेल्प डेस्क में अभ्यर्थियों को बुलाकरएक अवसर दिया जाएगा। यह त्रुटियां ठीक हुई तो फार्म दुरुस्त होगा, वरना उसे निरस्त करने की प्रक्रिया होगी।
दीपक उप्रेती, अध्यक्ष आयोग राजस्थान लोक सेवा आयोग
Published on:
08 Feb 2019 06:32 am
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