पुष्कर. पुष्कर गिरधर गोपाल मंदिर के पाटोत्सव अवसर पर आयोजित भागवत कथा (Bhagwat katha)के दौरान व्यास पीठ पर विराजित होकर सलेमाबाद के निंबार्क पीठाधीश्वर श्याम शरण देवाचार्य श्रीजी महाराज ने कलयुग में भगवान के नाम स्मरण की महिमा का गुणगान किया।
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उन्होंने कहा कि कलियुग में केवल भगवान का नाम ही सब कुछ आधार है। नाम लेने से ही मनुष्य प्राणी भवसागर से पार उतर जाता है। कितना भी बड़ा पापी हो अगर उसने एक बार भी हरि नाम ले लिया फिर वह कभी भी गलत रास्ते ओर जा ही नही सकता। राजा अजामिल ओर भक्त प्रह्लाद की कथा का वर्णन करते हए हुआ श्रीजी ने कहा कि दुष्ट पापी अजामिल ने अंत समय मे अपने बेटे नारायण को पुकारा ओर भगवान के पार्षद उसे स्वर्ग ले गए। इसी प्रकार भक्त प्रहलाद की भगवान ने रक्षा की।
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श्याम शरण देवाचार्य ने कहा कि माता-पिता को अपनी संतति को भगवान की ओर ले जाना चाहिए। यह जरूरी है कि अपनी-अपनी क्षमता की मंदिर लेकर आए श्लोक सुनाएं कथा सुनाएं वर्तमान की शिक्षा प्रणाली पर बोलते हुए स्वामी श्री जी महाराज ने कहा कि पहले स्कूलों में दया कर दान भक्ति का प्रार्थना(Pray in schools) करवाई जाती थी लेकिन उच्च शिक्षा Higher educationका स्वरूप ही बदल गया है अंग्रेजी में अर्थ ही प्रार्थना शिक्षा दी जा रही है।
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