
Zila parisad ajmer : पांच साल का कच्चा-चिट्ठा खोलकर रख दूंगी
अजमेर.
जिला परिषद की साधारण सभा के बाद शुक्रवार को सदस्य ने जिला प्रमुख पर कई आरोप जड़े। उन्होंने कहा कि पांच साल हमने जिला प्रमुख के कंधे से कंधा मिलाकर काम किया। उनका व्यवहार चाहे कैसा भी रहा।
चाहे कैसी भी प्रसेंटेज लेकर उन्होंने बजट दिया हो लेकिन मेरा यह काम नहीं हुआ तो पांच साल का कच्चा-चिट्ठा खोलकर रख दूंगी।
दरअसल मसूदा विधानसभा क्षेत्र के वार्ड 13 से सदस्य मुकेश कंवर राठौड़ सथाना ने साधारण सभा में तीन पट्टों का मामला अनुमोदन के लिए रखा।
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जिला प्रमुख वंदना नोगिया और जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गजेन्द्र सिंह राठौड़ ने इनमें कमियां पूरी होने पर ही अनुमोदन की बात कही तो मुकेश कंवर ने जिला प्रमुख को यहां तक कह दिया कि मैडम, आपका व्यवहार कैसा भी रहा हो मैंने कभी गलत काम नहीं कराया।
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ऐसे में जायज कार्य 2 साल से क्यों अटकाया जा रहा है। अभी अनुमोदन नहीं हुआ तो मीटिंग के बाद आप भी नहीं सुनोगी। सीईओ राठौड़ को भी उन्होंने कहा कि आप ज्ञानी हो, काम को टालना चाह रहे हो।
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अगर पट्टों का अनुमोदन नहीं हो रहा फिर सब काम बाद में होगा। आप ही कर लो अनुमोदन। इस पर जिला प्रमुख ने कहा कि अगर नियमों में है तो ठीक वरना कमियों में सुधार के बाद ही अनुमोदन हो सकेगा।
मुकेश कंवर ने बिजयनगर चिकित्सालय में चिकित्सक नहीं होने का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने चिकित्सा मंत्री डॉ. रघु शर्मा पर भी आरोप लगाए।
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उन्होंने कहा कि मसूदा विधायक राकेश पारीक ने अस्पताल के लिए 5 चिकित्सकों के नाम भिजवाए। मंत्री महोदय ने इन्हें नहीं नियुक्त कर ऐसे 5 चिकित्सकों को नियुक्ति दी, जो बिजयनगर आना ही नहीं चाहते थे।
ऐसे में चिकित्सकों ने यहां ड्यूटी ज्वॉइन नहीं की। इसकी समय सीमा निकल जाने के बाद भी सरकार ने इन चिकित्सकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। न ही दूसरे चिकित्सकों को यहां नियुक्त करने की दिशा में ही कोई कदम उठाया गया।
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सभा में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तृतीय चरण में अपग्रेडेशन के लिए डीआरआरपी केंडीडेट सड़क एवं सीयूसीपीएल सड़कों के पंचायत समितियों से अनुमोदित एवं ऑनलाइन प्रक्रिया से प्राप्त 132 सड़कों के प्रस्तावों का अनुमोदन किया गया।
साथ ही मुख्यमंत्री की बजट घोषणा के तहत पंचायत समिति मुख्यालय पर 5 अम्बेडकर भवन निर्माण के प्रस्तावों का भी अनुमोदन हुआ।
सदस्य बोले, आंख बंद कर तैयार कर दी सूची
सड़कों की सूची पर सदस्य शमशेर सिंह ने खासी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि अधिकारियों ने बिना किसी प्राथमिकता के सूची तैयार कर दी है। इसमें गाइडलाइन की भी अनदेखी की गई है।
मुख्यत: किसानों को अपनी उपज मंडी पहुंचाने, सीनियर सैकंडरी स्कूल और अस्पतालों तक कनेक्टिविटी उपलब्ध कराया जाना था, जबकि सूची में ऐसी कई सड़कों का उल्लेख नहीं है।
पीसांगन प्रधान अशोक सिंह रावत ने भी कहा कि पीसांगन क्षेत्र की सूची में भी ऐसी कई सड़कें हैं, जो बेहतर स्थिति में हैं, जबकि क्षतिग्रस्त सड़कों का उल्लेख नहीं है।
सदस्य शंकरलाल धाकड़ ने कहा कि पीपरोली-हिंगोनिया सड़क 6 महीने में ही टूट गई, जबकि इसे बनाते समय भी गुणवत्ता को लेकर आपत्ति जताई थी, लेकिन दरकिनार कर दी गई।
आप 2 हजार की आबादी पर बना देना
सभा के दौरान सदस्य वार्ड पुनर्गठन को लेकर चर्चा करते नजर आए। किसी सदस्य ने कहीं 4 हजार तो कहीं 12 हजार की आबादी पर वार्ड बनाए जाने की बात कही तो किसी अन्य सदस्य का जवाब रहा कि आपका समय आए तो 2 हजार पर वार्ड बनवा लेना।
Updated on:
14 Dec 2019 12:14 am
Published on:
14 Dec 2019 12:11 am
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