तखतपुरा गांव में गुरुवार देर शाम लाइन में फाल्ट आने के कारण कई घरों में करंट दौड़ गया। ग्रामीणों ने बताया कि लाइनमैन एवं निगम के कनिष्ठ अभियंता व सहायक अभियंता को कई बार फोन किया, लेकिन नो रिप्लाई आता रहा। तब तक गांव में करीब 7 लोगों को करंट का झटका लग चुका था।
वहीं शुक्रवार सुबह राजू सिंह का 5 वर्ष का बालक कुलदीप घर में खेलते समय उसने टीवी के तार को छू दिया। जिससे उसको करंट का झटका लगा। लकड़ी से बालक को करंट से छुड़वाया एवं मसूदा चिकित्सालय पहुंचाया। जहां जांच के बाद चिकित्सकों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया।
बच्चे की मौत से गुस्साए ग्रामीण चिकित्सालय में ही शव रखकर धरने पर बैठ गए एवं दोषी कार्मिकों के विरुद्ध कार्यवाही नहीं होने तक शव उठाने से इंकार कर दिया। कनिष्ठ अभियंता हरिकेश मीणा ने ग्रामीणों को उचित कार्यवाही का आश्वासन देते हुए समझाइश की, लेकिन ग्रामीण नहीं माने।
तहसीलदार प्रभात त्रिपाठी ने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम करवाया। वहीं मौके पर पूर्व प्रधान विरेंद्र सिंह कानावत, पंचायत समिति सदस्य प्रवीण सिंह, सरपंच प्रतिनिधि हनुमान शर्मा, रावत सेना के हरचंद सिंह, रामदेव सिंह इत्यादि ने आक्रोशित परिजनों को समझा-बुझाकर शांत किया।
करंट से ग्रामीण सेठू सिंह, मदन सिंह, विजय सिंह, पप्पू सिंह सहित अन्य ग्रामीण भी अपने घरों में फैल रहे करंट की चपेट में आए थे। जिसमें से विजय सिंह की हालत गंभीर बनी हुई है। विद्युत के जानकार ग्रामीण ने डीपी पर जाकर लाइन बंद की, तब जाकर करंट का प्रवाह रुका। मामले को लेकर डिस्कॉम के एमडी वीके भाटी ने बताया कि यदि ऐसा हुआ है तो लापरवाह एवं दोषी कर्मचारियों के विरुद्ध कार्यवाही की जाएगी।
निगम जुटा फाल्ट दुरुस्त करने में
निगम के कनिष्ठ अभियंता सहित लाइनमैन एवं अन्य कार्मिक तखतपुरा पहुंचे एवं फैल रहे करंट का कारण का पता लगाते हुए डीपी एवं अन्य खंभों पर आ रहे फाल्ट को सुधारने का कार्य शुरू किया।
डिस्कॉम के खिलाफ शिकायत गांव के घरों में आ रहे करंट को लेकर मृतक बालक के बड़े पिता नरेंद्र सिंह ने लापरवाही बरतने वाले निगम के अधिकारियों एवं कार्मिकों के खिलाफ पुलिस में रिपोर्ट देकर मामले की जांच कर कार्यवाही करने की मांग की।
वहीं सहायक अभियंता नवीन तंबोली ने बताया कि सर्विस लाइन में फाल्ट की वजह से रिटर्न करंट के चलते ट्रांसफार्मर से जुड़े सभी घरों में भी करंट फैल गया। मृत बालक की रिपोर्ट बनाकर उच्चाधिकारियों को प्रेषित कर दी गई है एवं दोषी लाइनमैन के खिलाफ कार्यवाही के लिए उच्च अधिकारी को लिखा गया है।