27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

एमबीबीएस करने के लिए हो जाएं तैयार, सीबीएसई जल्द भरवाएगा नीट के फार्म

नेशनल एलिजिबिलिटी कम एन्ट्रेंस टेस्ट के ऑनलाइन फार्म जल्द भरवाएगा। परीक्षा इस वर्ष मई में होगी।

2 min read
Google source verification
students prpare for NEET exam form

students prpare for NEET exam form

एमबीबीएस करने के इच्छुक स्टूडेंट्स तैयार हो जाएं। सीबीएसई मेडिकल और डेंटल कॉलेज में प्रवेश के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एन्ट्रेंस टेस्ट (नीट) के ऑनलाइन फार्म जल्द भरवाएगा। परीक्षा इस वर्ष मई में होगी। जनवरी के अंत या फरवरी में फार्म भरने शुरू हो जाएंगे।

देश भर के मेडिकल और डेंटल कॉलेज में प्रवेश के लिए सीबीएसई नेशनल एलिजिबिलिटी कम एन्ट्रेंस टेस्ट का आयोजन करेगा। मई की शुरुआत में यह परीक्षा होगी। ऑनलाइन फार्म जनवरीके दूसरे पखवाड़े या फरवरी में भरने प्रारंभ होंगे। परिणाम मई के अंत अथवा जून में जारी होगा। परीक्षा के दौरान विद्यार्थियों को कड़ी जांच से गुजरना हेागा।

आधार कार्ड होगा जरूरी

नेट-आरएफ और अन्य परीक्षाओं की तरह नीट में भी विद्यार्थियों को आधार नम्बर देना जरूरी होगा। इससे सीबीएसई के पास उनका पूरा डाटा रहेगा। परीक्षा केंद्रों में विद्यार्थियों को दो कोड में बांटा जाएगा। इन्हें जांच के लिए भी अलग-अलग समय पर बुलाया जाएगा।

उर्दू में भी आएगा पेपर
नीट का पेपर इस साल से उर्दू में भी आएगा। इस्लामिक स्टूडेंट्स ऑफ इंडिया ने पिछले साल सुप्रीम कोर्ट में याचिका लगाई थी। इसके आधार पर सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार और सीबीएसई को इसके निर्देश दिए हैं। मालूम हो कि अब तक नीट का पेपर हिंदी, अंग्रेजी और अन्य भारतीय भाषाओं में आया करता था।

परीक्षा में रहेगी जबरदस्त सख्ती
नीट की परीक्षा में पिछले तीन साल की तरह जबरदस्त सख्ती रहेगी। स्टूडेंट्स को बैग, बोतल, ज्योमेट्री बॉक्स, चूड़ी, बिंदी, हेयर पिन, बाली, लौंग, चूड़ी, हाथों में कड़ा, कंघा, पैन, पेंसिल, मोबाइल, बैल्ट, पर्स, वॉलेट और अन्य सामान लाने की अनुमति नहीं मिलेगी। परीक्षा केंद्रों में मेटल डिटेक्टर से इनकी जांच होगी। स्टूडेंट्स द्वारा सामान लाने पर उन्हें केंद्रों के बाहर ही रखवाया जाएगा। इसके अलावा स्टूडेंट्स को टी-शर्ट और सैंडिल में आना होगा। शूज और पूरी बांह की शर्ट में परीक्षा देने की इजाजत नहीं मिलेगी।

किया था स्टूडेंट्स को डिबार
वर्ष 2015 में मई में आयोजित मेडिकल प्रवेश परीक्षा के दौरान पेपर लीक होने की घटना सामने आई थी। इसमें हाइटेक तरीके का इस्तेमाल किया गया गया। सीबीएसई को जुलाई में यह परीक्षा दोबारा करानी पड़ी थी। इस मामले की जांच में पूरे देश में कई स्टूडेंट्स के नाम सामने आए थे। सीबीएसई ने इन्हें डिबार भी किया है।

परीक्षा में विषय और अंक

बायलॉजी-360, फिजिक्स-180, केमिस्ट्री-180