यह है मामला एफआईआर के अनुसार बुधवार सुबह विजिलेंस चेकिंग के कनिष्ठ अभियंता पारूल शाक्य,तकनीकी कर्मचारी रमेश,रामकेश मीणा,राजेन्द्र सिंह,रमेश सुकरिया,विजय और मनोज स्वामी ग्राम रसूलपुरा पहुंच। यहा लक्ष्मण के घर की छत पर विद्युत चोरी सर्विस लाइन में कट लगा कर की जा रही थी। तकनीकी कर्मचारी ने जब केबल हटाई तो परिवार के शेर सिंह रावत अव्यवहार किया तथा पवन व देवेन्द्र के साथ मिलकर टीम पर हमला कर दिया। गांव के अन्य लोगों के साथ मिलकर जेईएन व दो हेल्परों को बंधक बना लिया तथा उनके फोन लेकर फोटो और वीडियो डिलीट कर दिए। कर्मचारी पवन व राजेन्द्र के साथ मारपीट भी की। पिकअप वाहन के कांच भी तोड़ दिए। पुलिस के पहुंचने के बाद कर्मचारी मुक्त हुए।
तीन माह पूर्व भी पकड़ी गई थी बिजली चोरी तीन माह भी इसी उपभोक्ता के घर पर बिजली चोरी पकड़ी गई। जिसका 30 हजार रुपए का जुर्माना भी निगम ने वसूल था। बुधवार को पुन: बिजली चोरी पकड़ी गई।
भाजपा के लोगों को निशाना बना रहे हैं विधायक सुरेश सिंह रावत का कहना है कि मेरे पास शिकायत आई थी कि बिजली कर्मचारी उपभोक्ता के घर से 2 लाख रुपए लेकर भाग गए। महिलाओं से भी धक्का-मुक्की की गई। जिस जेईएन ने चोरी पकड़ी है उसका एरिया भी नहीं था। इसलिए मैने थाने में फोन किया था। कांग्रेसराज में भाजपा के लोगों के यहां विजिलेंस करवाई जा रही है। पुष्कर में बिजली विभाग यही कर रहा है। शिकायत एसपी को भी की गई है।
कर्मचारी निष्पक्ष हो कर रहे काम डिस्कॉम एमडी वी.एस.भाटी का कहना है कि हमारे कर्मचारी निष्पक्ष रूप से कार्य कर रहे हैं,आरोप निराधार हैं। बिजली चोरी करने वाले की कोई पार्टी नहीं होती। यदि कोई बिजली करता पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। जेईएन अपने सब डिवीजन क्षेत्र में जाकर बिजली चोरी पकड़ सकता है,यह नियमानुसार है। बिजली चोरी की जांच के लिए कर्मचारी को घर के अंदर जाने का अधिकार है,विजिलेंस मेरे निर्देश पर हो रही है।