बोर्ड की मुख्य परीक्षाओं में पिछले एक दशक से छात्राओं का परीक्षा परिणाम छात्रों के मुकाबले बेहतर रहता आया है। पिछले एक दशक से शिक्षा का बेहतर माहौल मिलने और उच्च शिक्षा के लिए बेहतरीन कोचिंग की सुविधा देने से छात्राओं में पढ़ाई के प्रति रुचि जगी है। यही वजह है कि बोर्ड की परीक्षाओं में छात्राओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।नौकरी के लिए भी महिला अभ्यर्थी आगे
उच्च शिक्षा और बेहतर कोचिंग मिलने की बदौलत ही अब सरकारी और निजी संस्थानों में भी नौकरियों में महिला अभ्यर्थियों की संख्या पुरुष अभ्यर्थियों की तुलना में अधिक है। बैंक, बीमा, अध्यापक भर्ती सहित प्रशासनिक भर्ती के लिए परीक्षा केन्द्रों पर महिला अभ्यर्थियों की कतारें पुरुष अभ्यर्थियों के मुकाबले लंबी नजर आने लगी है। खास बात यह है कि नौकरियों में चयन के मामले में भी बेटियां बाजी मार रही है।इनका कहना है
शहरी क्षेत्र सहित ग्रामीण इलाकों में भी अब बेटियों को लेकर मानसिकता बदल गई है। बेहतर शिक्षा और बेहतर कोचिंग की वजह से शिक्षा बोर्ड की परीक्षाओं में भी छात्राओं की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। बोर्ड परीक्षाओं में इस बार 9 लाख से अधिक छात्राएं बैठेंगी। यह अब तक का रिकॉर्ड है।-मेघना चौधरी, सचिव माशिबो
फैक्ट फाइल
बोर्ड परीक्षाओं में छात्राओं का आंकड़ा
परीक्षा- 2017 2018 2019 2020सैकंडरी 468433 467133 493146 531784 सीनियर सैकंडरी 353785 336280 367894 378774 प्रवेशिका 4123 3783 3733 4118
वरिष्ठ उपाध्याय 2067 1678 1652 1837 कुल 828408 808874 866426 916513