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हादसे के बाद फिर से सुरक्षा इंतजामों की खुली पोल,जिम्मेदार कौन ? पढ़ें क्या है पूरा मामला

अहमदाबाद के दो जायरीन आनासागर झील में डूबे ,रामप्रसाद घाट पर नहाते वक्त हुआ हादसा : साथियों ने एक को बचाया

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Two Jairin of Ahmedabad drowned in the Ana Sagar lake

अहमदाबाद के दो जायरीन आनासागर झील में डूबे

अजमेर. आनासागर झील के रामप्रसाद घाट पर सोमवार दोपहर अहमदाबाद से दरगाह जियारत करने आए 7 युवकों में से दो की डूबने से मौत हो गई जबकि एक को उसके साथियों ने ही हाथ पकड़ कर डूबने से बचा लिया। हादसे के बाद फिर से रामप्रसाद घाट पर सुरक्षा इंतजामों की पोल खुल गई। गंज थाना पुलिस ने पोस्टमार्टम कराने के बाद शव रिश्तेदार के सुपुर्द कर दिया। थानाप्रभारी सूर्यभान सिंह ने बताया कि दोपहर में रामप्रसाद घाट पर दो युवकों के डूबने की सूचना मिली। सूचना पर वह घटनास्थल पर पहुंचे। पहले स्थानीय गोताखोरों की मदद से पानी में तलाश की गई लेकिन सफलता नहीं मिली। फिर पुलिस की एसडीआरएफ (राज्य आपदा मोचन बल) के 25 जवानों ने झील के गहरे पानी में तलाश शुरू की। आधे घंटे की मशक्कत के बाद शव बाहर निकाले जा सके। मृतकों में अहमदाबाद शांतिनगर निवासी अंसारी मोहम्मद असद उर्फ राजा (18) पुत्र सईद अहमद, बापू नगर निवासी शेख सैफ अली (19) की पहचान की गई। पुलिस ने शवों को मोर्चरी पहुंचाया। जहां पुलिस ने अंसारी सिराज पुत्र शाकिर अली की शिकायत पर शवों का पोस्टमार्टम करवाने के बाद रिश्तेदारों को सुपुर्द कर दिया।

...बच गया सिराज

सिराज ने बताया कि वे शनिवार को अहमादाबाद से दरगाह जियारत के लिए रवाना हुए और 17 जून को पहुंच गए। उन्होंने दरगाह जियारत के बाद सोमवार को आनासागर झील देखने रामप्रसाद घाट पहुंचे। यहां उसके साथी अंसारी मोनिस, अंसारी असद, सैफ अली, अंसारी जीसान, पठान अबुलास ने झील के किनारे नहाने की बात कही। वे पानी में उतर गए। तभी असद और सैफ अली पानी में लहरों के साथ गहरे पानी की तरफ निकल गए। उन्हें उनके डूबने का अहसास भी नहीं हुआ। जब वह डूबने लगा तो उसके बाकी साथियों ने हाथ पकड़ कर खींच लिया। फिर असद और सैफ की तलाश की गई। नजर नहीं आने पर उन्होंने शोर मचाकर मदद के लिए पुकारा।

चल रहा निर्माण कार्य

रामप्रसाद घाट पर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत पीछे छह महीने से पाथ-वे निर्माण का काम चल रहा है। घाट के बड़े हिस्से पर पाथ-वे बन गया लेकिन बारादरी से सटे क्षेत्र में अभी पाथ-वे की दीवार का निर्माण होना बाकी है। ऐसे में जायरीन यहां से पानी की तरफ आसानी से पहुंच जाते हैं। हालांकि रामप्रसाद घाट पर बढ़ते हादसों के चलते गंज थाना पुलिस ने सुरक्षा कर्मी तैनात कर रखे है लेकिन इसके बावजूद जायरीन झील के पानी में नहाने पहुंच जाते हैं।

पहुंच गए सैकड़ों परिचित

घटना की सूचना परिजन तक पहुंचते ही दरगाह व तारागढ़ क्षेत्र में मौजूद गुजरात के सैकड़ों जायरीन रामप्रसाद घाट और जवाहरलाल नेहरू अस्पताल पहुंच गए।

फर्म के खिलाफ हो मुकदमा दर्ज

भारतीय पब्लिक लेबर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बाबूलाल साहू ने आनासागर झील में रामप्रसाद घाट पर नहाते समय हादसे का शिकार होने वाले जायरीन की मौत का जिम्मेदार जिला प्रशासन को ठहराया। उन्होंने रोष जताते हुए कहा कि झील पर पाथ-वे बनाने का काम चल रहा है। निर्माता फर्म लापरवाही से कार्य कर रही है। इसके चलते जायरीन हादसे का शिकार हो रहे है। लोगों को पानी में जाने से रोकने के लिए तारबंदी होनी चाहिए लेकिन लापरवाह अधिकारी व निर्माणकर्ता फर्म को सुरक्षा से सरोकार नहीं है। उन्होंने जिम्मेदार अधिकारी व फर्म के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने की मांग की।