सुबह से ही तेज धूप ने पसीने बहा दिए हैं। हवा नहीं चलने से लोगों को गर्मी सता रही है। सुबह ही लोग शरीर को कपड़े से ढांपकर बाहर निकलते देखे जा सकते हैं। दोपहर बाद तो इन दिनों झुलसाती धूप और गर्म हवा के थपेड़े सता रहे रहे हैं। अजमेर की सडक़ों और बाजारों ने कफ्र्यू जैसा माहौल बना रहता है। कूलर और पंखे भीषण गर्मी के आगे बेबस नजर आ रहे हैं। देर रात तक हवा में घुली गर्माहट से घर-आंगन में तपन बनी हुई है। न्यूनतम तापमान 29 से 31 डिग्री के बीच घूम रहा है।
मई में 44 डिग्री रहा था पारा
बीती मई में पारा 44 डिग्री पर पहुंचा था। सूरज के रोहिणी नक्षत्र में जाने के बाद नौ तपा का कहर बना हुआ है। सूरज के झुलसाने वाले तेवर बरकरार हैं। तेज धूप और लू के थपेड़े कचोट रहे हैं। जून की शुरुआत हो चुकी है। लोगों को फिलहाल गर्मी से कोई राहत नही मिली है।
बीती मई में पारा 44 डिग्री पर पहुंचा था। सूरज के रोहिणी नक्षत्र में जाने के बाद नौ तपा का कहर बना हुआ है। सूरज के झुलसाने वाले तेवर बरकरार हैं। तेज धूप और लू के थपेड़े कचोट रहे हैं। जून की शुरुआत हो चुकी है। लोगों को फिलहाल गर्मी से कोई राहत नही मिली है।
मानसून पूर्व बारिश से उम्मीद मानसून की सक्रियता से पूर्व बरसात भी होती है। मानसून के जून के पहले सप्ताह में केरल पहुंचने की उम्मीद है। इसके बाद यह कर्नाटक, मुम्बई, गुजरात होते हुए राजस्थान पहुंचेगा। इसके बाद ही धूप और गर्मी के तेवर कम होने के आसार हैं।