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सरकारी तंत्र की लापरवाही का नमूना: सड़क के बीचों-बीच छोड़ दिया विद्युत पोल

सरकारी तंत्र के कामकाज और विभागीय तालमेल के अभाव का नमूना देखना है तो अशोक उद्यान के सामने एआरजी सिटी कट पर चले आइए। अव्वल तो अजमेर विकास प्राधिकरण को ट्रांसफार्मर हटाने और सड़क बनाने में एक साल से भी ज्यादा का वक्त लग गया।

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अजमेर

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Nupur Sharma

Sep 15, 2023

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अजमेर के जयपुर रोड अशोक उद्यान एआरजी कट पर बनाई सड़क के बीच खड़ा विद्युत पोल।

पत्रिका न्यूज नेटवर्क/अजमेर। सरकारी तंत्र के कामकाज और विभागीय तालमेल के अभाव का नमूना देखना है तो अशोक उद्यान के सामने एआरजी सिटी कट पर चले आइए। अव्वल तो अजमेर विकास प्राधिकरण को ट्रांसफार्मर हटाने और सड़क बनाने में एक साल से भी ज्यादा का वक्त लग गया। सड़क का डामरीकरण किया तो विद्युत पोल हटाना मुनासिब नहीं समझा। जो कभी किसी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है।

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अजमेर विकास प्राधिकरण की ओर से अशोक उद्यान-एआरजी सिटी तिराहे पर ट्रांसफार्मर हटाकर सड़क बनाने का काम एक साल में पूरा तो कर दिया, लेकिन सड़क के बीच डिवाइडर पर विद्युत पोल छोड़ दिया। स्ट्रीट लाइट के साथ सड़क के बीच डिवाइडर पर मौजूद विद्युत पोल कभी भी दुर्घटना का कारण बन सकता है, लेकिन अजमेर विद्युत वितरण निगम और एडीए के कारिन्दों ने इन सबकी परवाह किए बगैर सड़क बनाकर अपने काम की इतिश्री कर ली।

विकसित होना था चौराहा
अशोक उद्यान चौराहे पर ट्रेफिक व्यवस्था को सुधारने के लिए ट्रेफिक मैनेजमेंट कमेटी की ओर से करीब एक साल पहले तकनीकी खामी दूर करने के लिए ड्राइंग तैयार की। ड्राइंग पर तत्कालीन जिला कलक्टर, एसपी की मोहर के बाद परिवहन विभाग और यातायात पुलिस ने भी सहमति जता दी, लेकिन स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में काम करने वाले कारिन्दों ने चौराहा बनाने से हाथ खींच लिए। यही नहीं अशोक उद्यान चौराहा का विकास करने की जिम्मेदारी निभाने वाले एडीए ने भी योजनाबद्ध तरीके से काम करने से हाथ खींच लिए। हालांकि एडीए ने बरसाती पानी की निकासी के लिए नाला निर्माण, सड़क की चौड़ाई का काम किया, लेकिन उक्त काम में भी एक साल का वक्त गुजर गया। जो काम किया गया वो भी आधा-अधूरा पड़ा रहा। जहां पहले 6 माह बिजली का ट्रांसफार्मर को शिफ्ट करने में गुजर गए। फिर एआरजी सिटी, अशोक उद्यान के तिराहा (कॉर्नर) पर सड़क बनाने में बीत गए।

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अशोक उद्योन के पास सड़क के बीच खड़े विद्युत पोल का परीक्षण करवाकर कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।- मुकेश बाल्दी, चीफ इंजीनियर, एवीवीएनएल, अजमेर